अमरावती

खेलो में अच्छे प्रदर्शन से भी कैरियर बनाया जा सकता है

निवासी उपजिलाधीश आशीष बिजवल का कथन

खेल दिवस के अवसर पर मेजर ध्यानचंद को दी आदरांजलि
अमरावती- /दि.30 द्वितीय विश्वयुद्ध से पहले के वर्षों में खेल में हावी रहने वाली भारतीय हॉकी टीम के स्टार खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद सिंह ने वर्ष 1928, 1932 और 1936 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भारत को ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने और अपनी पहली हैट्रिक पूरी करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी,उन्ही हॉकी के महान जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन 29 अगस्त के मौके पर भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है. आज ही के दिन देश के प्रतिभाशाली एथलीटों को राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, ध्यान चंद पुरस्कार और द्रोणाचार्य पुरस्कार जैसी मान्यताओं से सम्मानित किया जाता है. अमरावती जिल्हा विभागीय मुख्यालय होने के कारण यहाँ जवाहरलाल नेहरू विभागीय क्रीड़ा संकुल में विभागीय क्रीड़ा सहायक संचालक विजयकुमार संतान के निर्देश पर राष्ट्रीय खेल दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमे क्रीड़ा से जुड़े हुए सभी संस्थाओं व खिलाड़ियों को आमंत्रित कर उनका सन्मान किया गया.
निवासी उपजिलाधीश आशीष बिजवल की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों के तौर पर पोलिस उपायुक्त विक्रम साली, क्रीडा उपसंचालक विजयकुमार संतान, यातायात पुलिस निरीक्षक राहुल आठवले, जिला क्रीड़ाधिकारी वर्षा सालवी, इरफान अथर अली, सलीम मिरावाले, एड. मनीष सिरसाट, जिला हॉकी असोसिएशन के सचिव शेख इमामभाई, अविनाश वैद्य, प्रमोद चांदुरकर इत्यादि मान्यवर उपस्थित थे.
इस समय अपने वक्तव्य में पुलिस उपायुक्त विक्रम साली ने उपस्थित खिलाड़ियों को आव्हान किया कि अमरावती एक डिविजनल मुख्यालय होने के कारण विभागीय क्रीड़ा उपसंचालक विजयकुमार संतान ने सभी सुविधाएं यहां उपलब्ध करवाई हैं. अतः आप सभी खिलाड़ी उसका लाभ उठाएं और जिले सहित संभाग का नाम रोशन करें. क्रीडा उपसंचालक विजयकुमार संतान ने क्रीड़ा दिवस की शुभेच्छा देते हुए सभी शिक्षा संस्थानों को आव्हान किया कि, आप सभी ने मेहनत करके अपने संस्थानों से हर वर्ष कम से कम एक राष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार करना चाहिए.
वही अपने अध्यक्षीय भाषण में निवासी उपजिलाधीश आशिष बिजवल ने सभी को खेल दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि आजकल खेलो में अच्छा प्रदर्शन कर के भी हम अपना कैरियर बना सकते है. अतः अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को उच्चशिक्षण के साथ साथ क्रीड़ा के लिए भी प्रोत्साहित करें.
मेजर ध्यानचंद जिन्हें हॉकी के लिए जाना जाता हैं, इसीलिए हॉकी का औचित्य साधते हुए अन्य कार्यक्रमो के अलावा हॉकी का एक शो मैच का भी आयोजन किया गया था, ओलंपिक की तर्ज़ पर बकायदा खिलाड़ियों ने दोनों ओर अपनी स्टिक उठाकर मान्यवरों पर फूल बरसाए और मैच का प्रोमो किया. इस मौके पर अमरावती जिला हॉकी असोसिएशन के सचिव व पूर्व हॉकी खिलाड़ी शेख इमाम को स्मृतिचिन्ह के रूप में मेजर ध्यानचंद की फोटो और शाल देकर सत्कार किया गया.
कार्यक्रम में प्रस्ताविक जिला क्रीड़ा अधिकारी वर्षा सालवे व संचालन संदीप इंगोले ने किया. कार्यक्रम की सफलता के लिए डीएसओ कार्यालयीन प्रमुख संतोष विघ्ने, वैशाली इंगले, संजय मनवर, संजय कथलकर, अकील शेख, गणेश तांबे, सचिन, नीलेश इत्यादि ने परिश्रम किया.

Related Articles

Back to top button