बेलोरा विमानतल पर बनाया जा सकता है कार्गो एयरपोर्ट
लॉजिस्टिक क्षेत्र को हो सकता है दोगुना फायदा
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राष्ट्रीय एअर ट्रैफिक कंट्रोल महकमे की रिपोर्ट
अमरावती/दि.25 – विगत लंबे समय से अमरावती का बेलोरा विमानतल अपने विस्तार व विकास की प्रतीक्षा कर रहा है. इसके साथ ही संभागीय मुख्यालय रहनेवाले अमरावती शहर व जिले को भी बेलोरा विमानतल से नियमित हवाई सेवा शुरू होने का इंतजार है. वहीं इस समय सभी का ध्यान बेलोरा विमानतल से नियमित यात्री हवाई सेवा शुरू होने की ओर केंद्रीत है. इसी बीच राष्ट्रीय एअर ट्रैफिक कंट्रोल महकमे की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट ने एक नई संभावना के दरवाजे खोलने का काम किया है. जिसके मुताबिक अगर अमरावती शहर में कार्गो हब जैसी कोई व्यवस्था की जाती है, तो देश विदेश की लॉजिस्टिक कंपनियों को दोगुना फायदा हो सकता है.
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय एयर ट्रैफिक कंट्रोल विभाग के अनुसार अमरावती शहर के उपर से रोजाना 131 कार्गो विमान गुजरते हैं. इन 131 कार्गो विमानों में से 87 विमान अंतरराष्ट्रीय होते हैं. जबकि 53 विमान राष्ट्रीय स्तर पर माल ढुलाई से जुडे हैं. इसके साथ ही 38 यात्री विमान भी अमरावती के आसमान से होकर अपनी यात्रा तय करते हैं. इन विमानों को अगर अमरावती में रुकने की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाती है, तो कई कंपनियों को हवाई मार्ग से ढुलाई के दोहरे खर्च से राहत मिलेगी. वहीं चूंकि अमरावती में सडक परिवहन व रेल यातायात के पर्याप्त साधन उपलब्ध है, अत: हवाई मार्ग से आनेवाले माल की ढुलाई प्रक्रिया को भी आसानी से पूरा किया जा सकता है.
बता दें कि, फिलहाल राज्य में बडे लॉजिस्टिक विमान पुणे, मुंबई और नाशिक जैसे शहरों में उतारे जाते हैं. यदि अमरावती में भी यह सुविधा उपलब्ध हो जाती है, तो स्थानीय स्तर पर उद्योगों को भी प्रोत्साहन प्राप्त होगा. इस रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख भी किया गया है कि, अमरावती के हवाई मार्ग से गुजरने वाले 38 यात्री विमानों में से कम से कम 14 विमान ऐसे हैं, जिन्हें अमरावती में रोका जा सकता है. इन विमानों में इंडोनिशिया से सउदी अरब की ओर जानेवाले विमानों का समावेश है. जबकि कोलकता-मुंबई, कोची-मुंबई, कोलकाता-अहमदाबाद चलने वाले विमान भी अमरावती से होकर गुजरते हैं.
अप्रैल से दिसंबर 2021 तक का किया गया अध्ययन
एयर ट्रैफिक कंट्रोल विभाग द्बारा आईआईटी कोल्हापुर के साथ मिलकर यह अध्ययन किया गया है. जिसमें आईआईटी के 43 छात्रों ने सहभाग लिया. जबकि एयर ट्रैफिक विभाग के महाराष्ट्र जोन से जुडे 18 अधिकारी इसमें शामिल थे.
दो कार्गो तथा तीन छोटे रनवे बनाने की सिफारिश
एयर ट्रैफिक कंट्रोल विभाग की ओर से कहा गया है कि, भविष्य में महानगरोें में हवाई यातायात के बढते बोझ को कम करने के लिए अमरावती शहर मेें दो बडे रनवे बनाने की आवश्यकता है. जिन पर कार्गो विमान लैंड और टेकऑफ कर सके. जबकि यात्री विमानों के लिए तीन रनवे बनाए जा सकते हैं.
विदर्भ में आर्थिक क्रांति का बिंदु
विदर्भ से बडी मात्रा में माल ढुलाई होती है. यहां का कच्चा माल देश के साथ विदेशों में भी भेजा जाता है. विशेष कर पश्चिम विदर्भ पिछडा होने के बावजूद उद्योगों को कच्चा माल उपलब्ध कराने में सबसे आगे हैं. यदि इस रिपोर्ट पर आगे केंद्र या राज्य सरकार द्बारा काम किया जाता है, तो यह योजना विदर्भ में आर्थिक क्रांति का बिंदु बन सकती है. इससे उद्योगों में भी नई उर्जा का संचार होगा.
– संजय घोदावाट, अधीक्षक,
आईआईटी, कोल्हापुर