बेनोडा में भाई-बहन पर कातिलाना हमले के बाद भाई की मौत का मामला
रोहित उर्फ नादो की अंत्ययात्रा के समय सौम्य लाठीचार्ज
* कुछ लोगों ने राजापेठ पुलिस थाने में घुसने का किया था प्रयास
* पोस्टमार्टम के बाद फे्रजरपुरा पुलिस थाने में ठिय्या आंदोलन
* हत्या में शामिल दो आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार करने की मांग
* जमकर लगाए नारे, यशोदानगर और मोतीनगर का मार्केट कराया बंद
अमरावती/ दि.14 – फे्रजरपुरा पुलिस थाना क्षेत्र के बेनोडा पंचशील झंडे के पास भाई-बहन पर चार आरोपियों ने धारदार चाकू से सपासप वार कर गंभीर घायल कर दिया. इस हमले में इलाज के दौरान रोहित उर्फ नादो भोंगाले की निजी अस्पताल में मौत हो गई. पोस्टमार्टम के बाद आज सुबह रोहित के रिश्तेदार व अनुयायियों ने फे्ंरजरपुरा पुलिस थाने में ठिय्या आंदोलन करते हुए इस हत्या में शामिल दो महिलाओं को भी गिरफ्तार करने की मांग की. थानेदार और डीसीपी के आश्वासन के बाद यह काफीला यशोदानगर की ओर बढा. उन्होंने जोरदार नारे लगाते हुए यशोदानगर का मार्केट बंद कराया. इसके बाद मोतीनगर परिसर की दुकाने भी बंद करा दी गई. इसके पश्चात रोहित नादो की अंत्ययात्रा हिंदू स्मशान भूमि के लिए निकाली गई, मगर हत्या में गिरफ्तार चारो आरोपी राजापेठ के लॉकअप में कैद रहने के कारण अंत्ययात्रा में शामिल कुछ लोग गुस्से में आये और राजापेठ उडानपुल से सीधे राजापेठ पुलिस थाने जा धमके. भीड ने आरोपियों के पास राजापेेठ पुलिस थाने में घुसने का प्रयास किया. मजबुरी में यहां उपस्थित क्युआरटी व पुलिस दल ने भीड को इधर-उधर करने के लिए सौम्य लाठीचार्ज किया गया. जिसके चलते इस परिसर में भगदड मंच गई. पुलिस थाना प्रांगण में पुलिस का तगडा बंदोबस्त लगाया गया. पुलिस थाने में जबरदस्ती घुसने का प्रयास करने वाले कुछ लोगों के खिलाफ पुलिस ने दफा 143 के तहत अपराध दर्ज किया है. इसके बाद रोहित उर्फ नादो के पार्थिव पर हिंदु स्मशान भूमि में दाह संस्कार किया गया.
* दोनों बहन-भाई पर चलाये थे सपासप चाकू
प्रवीण उर्फ पिंटू भीमराव बनसोड (39, हीरो किराणा के पास, बेनोडा जहांगीर), रूपेश भीमराव बनसोड (42, हीरो किराणा के पास, बेनोडा जहांगीर), सै. नाजिम सै. सालार (32, राहुल नगर, शुक्रवारा बाजार के पास, अमरावती) व अमोल दिनेशराव जोंधले (38, भीमटेकडी, पानी की टंकी के पास, बेनोडा, जहांगीर) इन चारों आरोपियों ने 9 दिसंबर की रात 9 बजे हाथ में चाकू लेकर रोहित उर्फ नादो भोंगाले पर चाकू से सपासप वार करते हुए बुरी तरह घायल कर दिया था. भाई पर जानलेवा हमला होता हुआ देखकर रोहित की बहन अश्विनी उर्फ सोनू भी बिचबचाव करने आयी, परंतु आरोपियों ने अश्विनी के पेट, पीठ, हाथ पर भी चाकू से सपासप वार कर घायल कर दिया. आरोपियों की दहशत के मारे परिसर के लोग अपने-अपने घर में जा छिपे थे. इस बीच आसपडोस की कुछ महिलाएं सामने आयी. यह देखकर आरोपी वहां से भाग गए.
* नादो की मौत के बाद तनाव का माहौल
उसके बाद रोहित को निजी अस्पताल और अश्विनी को पीडीएमसी में भर्ती कराया गया था. इसी बीच पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों को अदालत ने 16 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये है. दूसरी तरफ इलाज के दौरान कल मंगलवार की दोपहर 12 बजे रोहित उर्फ नादो की मौत हो गई. जिससे फिर कुछ हद तक तनाव की स्थिति निर्माण हुई. पुलिस सुरक्षा के बीच रोहित की लाश पोस्टमार्टम गृह ले जाई गई. रोहित के मौत के बाद पुलिस ने धाराएं बढाते हुए दफा 302, 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया. आज बुधवार की सुबह रोहित उर्फ नादो की लाश पर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करने के बाद लाश परिजनों को सौंप दी गई.
* फे्रजरपुरा पुलिस थाने में दिया ठिय्या आंदोलन
पोस्टमार्टम के बाद रोहित उर्फ नादो के परिजन व कुछ अनुयायी सीधे फे्रजरपुरा पुलिस थाने जा धमके. पुलिस थाने के सामने ठिय्या आंदोलन करते हुए इस हत्याकांड में और दो महिलाओं का समावेश है, उन दोनों महिलाओं को तत्काल गिरफ्तार किया जाए, ऐसी मांग की गई. मामला गरमाता हुआ देखकर डीसीपी सागर पाटील व फ्रेजरपुरा के थानेदार गोरखनाथ जाधव ने उपस्थितों को आज शाम तक दोनों महिला आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया. तब जाकर वे वहां से हटे और जब तक सूरज चांद रहेगा नादो तेरा नाम रहेगा, जैेसे जोरदार नारे लगाते हुए सीधे यशोदानगर चौक पहुंचे. वहां उन्होंने परिसर की सभी दुकानों को जोरजबर्दस्ती बंद कराया. इसके बाद मोतीनगर परिसर मं भी जोरदार नारे लगाते हुए दुकानें बंद कराई.
* पुलिस थाने में कैद आरोपियों को मारने का प्रयास
दूसरी तरफ रोहित उर्फ नादो के अंतिम संस्कार की तैयारी करने के बाद अंत्ययात्रा हिंदु स्मशान भूमि के लिए निकाली गई. अंत्ययात्रा राजापेठ उडान पुल तक पहुंची, मगर इस हत्याकांड में शामिल प्रवीण उर्फ पिंटू बनसोड, रुपेश बनसोड, सै. नाजिम और अमोल जोंधले को गिरफ्तार करने के बाद राजापेठ पुलिस थाने के लॉकअप में कैद रखे जाने के कारण गुस्से में रहने वाले अंत्ययात्रा में शामिल कुछ लोगों की भीड राजापेठ उडानपुल से सीधे राजापेठ पुलिस थाने जा धमकी. अचानक भीड देखकर पुलिस के दल ने वहां की कमान संभाली. मगर मामला बिगडता हुआ देख क्युआरटी, चार्ली कमांडो व अतिरिक्त पुलिस दल बुलाया गया. परंतु कुछ लोग पुलिस लॉकअप में कैद आरोपियों को मारने के उद्देश्य पुलिस थाने में घुसने का प्रयास करने लगे. यह देखकर उपस्थित पुलिस दल ने भीड को इधर-उधर करने के उद्देश्य से सौम्य लाठीचार्ज किया. यह देखकर भीड के लोग इधर-उधर भागने लगे. पुलिस ने मामले को शांतिपूर्वक काबू पाया. इस दौरान जोरजबस्ती पुलिस थाने में घुसने का प्रयास करने वाले कुछ लोगों के खिलाफ दफा 143 के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरु की. उसके बाद रोहित उर्फ नादो भोंगाले के पार्थिव पर हिंदु स्मशान भूमि में अंत्यविधि की प्रक्रिया पूरी की गई.