नांदगांव अस्पताल में नवजात की मौत का मामला पहुंचा विधान भवन में
विधायक प्रताड अडसड ने रखा ध्यानाकर्षण, 8 दिन में जांच के आदेश
अमरावती /दि.9– जिले के नांदगांव खंडेश्वर स्थित ग्रामीण अस्पताल में तीन दिन की आयु वाले बच्चे की डॉक्टरों व नर्सों की लापरवाही के चलते मौत हो जाने का आरोप मृत बच्चे के पिता ने पुलिस शिकायत में लगाया था. इस मामले को लेकर क्षेत्र के विधायक प्रताड अडसड ने विधान मंडल के शीतसत्र दौरान ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखा. जिस पर जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने आगामी 8 दिन के भीतर जांच करते हुए कार्रवाई करने का आश्वासन विधायक प्रताड अडसड को दिया है.
जानकारी के मुताबिक नांदगांव खंडे. तहसील के सातारगांव में रहने वाली गर्भवती महिला को प्रसूति पीडा शुरु होने के उपरान्त विगत 27 नवंबर को नांदगांव के ग्रामीण अस्पताल में प्रसूति हेतु भर्ती कराया गया. जहां पर उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. जिससे परिवार में हंसी-खुशी का माहौल था. पश्चात नवजात बच्चे की तबीयत आधी रात के दौरान अचानक बिगड गई. जिसके चलते बच्चे की मां ने ड्यूटी पर तैनात नर्स को इसकी जानकारी देते हुए उससे डॉक्टर को बुलाने का निवेदन किया. परंतु नर्स ने उक्त महिला के निवेदन को अनसुना कर दिया. जिसकी वजह से महज तीन दिन पहले जन्मे बच्चे की 2 दिसंबर को तडके 4 बजे के आसपास मौत हो गई.
ऐसे में बच्चे के पिता ने अपने बच्चे के मौत के लिए अस्पताल के डॉक्टर व नर्स की लापरवाही को जिम्मेदार बताया तथा दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई. इस घटना को गंभीरतापूर्वक लेते हुए धामणगांव रेल्वे निर्वाचन क्षेत्र के विधायक प्रताड अडसड ने विधान मंडल के शीतसत्र में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश किया. साथ ही इस मामले की सघन जांच करते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग उठाई. जिस पर जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने तुरंत कार्रवाई का आदेश जारी किया. साथ ही कहा कि, अगले 8 दिनों के भीतर मामले की जांच पूरी करते हुए बच्चे की मौत के लिए जिम्मेदार रहने वाले डॉक्टर व नर्स को निलंबित कर दिया जाएगा.