यवतमाल/दि.19– शहर के कॉटन सीटी मल्टीस्पेशालिटी हॉस्पिटल व रिसर्च सेंटर को चार डॉक्टरों ने मिलकर शुरु किया. इसके लिए आपस में करार हुआ. कुछ नियम व शर्त निश्चित की गई. लेकिन समय बितने के साथ कुछ कारणों से उनमें विवाद निर्माण हुआ. आर्थिक कारणों से मतभेद होने लगे और डॉ. विशाल चव्हाण ने न्यायालय में गुहार लगाई. न्यायालय के आदेश पर डॉ. कौशिक दंपति पर शहर पुलिस ने जालसाजी का मामला दर्ज किया है.
बालरोग तज्ञ डॉ. विशाल गोविंद चव्हाण ने 2015 में कॉटन सीटी मल्टीस्पेशालिटी हॉस्पिटल व रिसर्च सेंटर नामक हॉस्पिटल में पार्टनर के रुप में सहभाग लिया. हॉस्पिटल चलाते समय मुनाफा और नुकसान एक जैसा बांटने का निश्चित हुआ. इस दौरान 2016 में एक नए डॉक्टर को पार्टनर के रुप में शामिल किया गया. उससे 10 लाख रुपए नकद लिए गए. 2018 में व्यवसाय के हिसाब पर से विवाद शुरु हो गया. पश्चात 2019 में कोरोना महामारी आने से हॉस्पिटल का कामकाज रुक गया. पश्चात 2021 में पैसों का विवाद फिर शुरु हो गया. ऐसे में 10 लाख रुपए के व्यवहार के लिए विशाल चव्हाण ने जिला न्यायालय में याचिका दायर की. इस प्रकरण में न्यायालय ने 156 (3) सीआरपीसी के मुताबिक जांच कर मामला दर्ज करने के निर्देश शहर पुलिस को दिए. इस आधार पर शहर पुलिस ने डॉ. मुजम्मिल कौशिक, डॉ. सारा मुजम्मिल कौशिक के खिलाफ धारा 406, 420, 468, 471, 34 के तहत मामला दर्ज किया है. थानेदार सतीश चवरे के मार्गदर्शन में जांच जारी है.