1200 लोगों के खिलाफ 15 धाराओं के तहत मामला दर्ज, 27 की पहचान
नागपुरी गेट थाने पर हमले व पथराव का मामला
* कई गैर जमानती व गंभीर धाराएं लगाई गई
* पुलिस को पत्थरबाजी की आड लेकर कुछ अलग षडयंत्र का संदेह
* मामले को लेकर चल रही सघन जांच, नागपुरी गेट परिसर में अब भी एसआरपीएफ का बंदोबस्त
* सीपी रेड्डी ने नागपुरी गेट थाना परिसर मेें लागू की जमावबंदी, अन्य आरोपियों की तलाश जारी
अमरावती/दि.5 – बीती रात स्थानीय नागपुरी गेट पुलिस थाने के समक्ष कुछ लोगों ने अचानक ही जमावडा करते हुए पुलिस थाना व पुलिस कर्मियों पर जमकर पथराव किया था. साथ ही कई पुलिस कर्मियों के साथ धक्का मुक्की भी की थी. जिसके चलते नागपुरी गेट पुलिस थाना परिसर में बेहद तनावपूर्ण वातावरण बन गया था. जिसे ध्यान में रखते हुए हालात को नियंत्रित करने हेतु खुद शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी व ग्रामीण एसपी विशाल आनंद को दल-बल सहित ग्राउंड ड्यूटी पर उतरना पडा. इसके बाद पुलिस ने थाने पर पथराव एवं हमले के मामले में शामिल रहने वाले आरोपियों की पहचान करना सुनिश्चित किया. जिसके तहत 27 आरोपियों की पहचान सुनिश्चित कर ली गई है. साथ ही उन 27 लोगों सहित करीब 1200 लोगों के खिलाफ 15 गैर जमानती व संगीन धाराओं के तहत अपराधिक मामले दर्ज किये गये है.
इस संदर्भ में नागपुरी गेट पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बीती रात नागपुरी गेट पुलिस थाने पर हुए हमले व पत्थरबाजी के मामले में बीएनएस की धारा 109 (1), 110, 49, 57, 61 (2), 125, 132, 324 (5), 189 (1), 189 (2), 190, 191 (2), 191 (3) तथा सार्वजनिक संपत्ति नुकसान प्रतिबंधक अधिनियम की धारा 3 व महाराष्ट्र पुलिस अधीनियम की धारा 135 के तहत करीब 1200 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. जिसमें नागपुरी गेट पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाले मोहसीन खान हमीद खान, अनिकेत किशोरसिंह चंदेल, सैय्यद जुबेर सैय्यद जावेद, एड. उमर चाउस, सलीम खान अ. गफ्फार, शेख मेहबूब शेख अजीज, शेख इशान शेख गफ्फार, मोहम्मद सलमान, शफी मंसूरी शेख हातम, शफीउद्दीन शरफोद्दीन, शेख अहमद शेख इस्माइल, मो. वसीम मो. छोटू भाई, आमीर सोहेल इंजिनीयर, रिजवान अहमद शेख बशीर, मो. सलीम अ. गफ्फार, अशफाक ताज, मुजम्मील खान, सफी मंसूरी, हाफीज मुजम्मील अब्दूल अहमद कदीर, मो. फैजान अब्दूल कदीर, मो. फैजान अब्दूल करीम, वहीद फूलवाला, मो. नावेद, अहद अली सैय्यद अली, कामील खान फदीम अहमद, शेख रिजवान शेख हबीब की शिनाख्त कर ली गई है. साथ ही इन लोगों के साथ भीड में शामिल 1 हजार से 1200 लोगों की तलाश की जा रही है.
इस संदर्भ में नागपुरी गेट पुलिस थाने द्वारा दर्ज शिकायत के मुताबिक 4 अक्तूबर को शाम 7 बजे के आसपास सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया नामक संगठन के कुछ पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने थाना निरीक्षक के कक्ष में पहुंचकर युपी के गाजीयाबाद निवासी यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने को लेकर शिकायत दर्ज करने के साथ ही मांग दर्ज की. इस समय संगठन के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता पुलिस थाने के पास स्थित मैदान में जमा हो गये थे. जिसकी जानकारी मिलने पर सहायक पुलिस आयुक्त अरुण पाटिल व थानेदार हनुमंत उरलागोंडावार ने उन लोगों के पास जाकर माइक पर अनाउंस किया कि, इस मामले में पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की जा रही है अथवा सभी लोग भीडभाड करने के बजाय अपने-अपने घर चले जाये. जिसके बाद कई लोग वहां से चले भी गये. ऐसे में थाना निरीक्षक द्वारा पुलिस थाने में वापिस आकर एसडीपीआई के सचिव सैय्यद जुबेर सैय्यद जावेद (26, छायानगर) द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई. इस दौरान नागपुरी गेट चौराहे पर एक बार फिर भीडभाड जमा होनी शुरु हो गई थी. जिसकी जानकारी मिलते ही थानेदार उरलागोंडावार ने उन लोगों के सामने पहुंचकर उन्हें एफआईआर की कॉपी दिखाई और यति नरसिंहानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की जानकारी देते हुए सभी लोगों से घर जाने हेतु कहा. लेकिन इस समय एसडीपीआई संगठन के कुछ पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं सहित भीड में शामिल लोगों ने यदि नरसिंहानंद को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग उठानी शुरु की और कुछ ही देर बाद पुलिस के साथ धक्का मुक्की करते हुए पुलिस कर्मियों और पुलिस थाने पर पत्थरबाजी करनी शुरु की गई. इस पत्थरबाजी की वजह से कई पुलिस कर्मियों को चोटे आयी. साथ ही पुलिस थाना परिसर में खडे पुलिस महकमें के कई वाहनों को नुकसान भी पहुंचा. जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करते हुए संतप्त भीड को तितर बितर करना पडा.
बीती रात हुए इस हुडदंग के बाद पुलिस ने गैर कानूनी रुप से भीड इकठ्ठा करते हुए पुलिस कर्मियों व पुलिस थाने पर हमला करने तथा सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के साथ ही कानून व व्यवस्था की स्थिति को बिगाडने को लेकर विभिन्न संगीन धाराओं के तहत 1200 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है. साथ ही भीड में शामिल होने वाले 26 लोगों की शिनाख्त भी कर ली गई है. इसके साथ ही पुलिस द्वारा यह संदेह भी जाताया गया है कि, एक बार पुलिस के समझाने पर भीड के तितर-बितर हो जाने के बाद कुछ लोगों ने ‘कुछ अलग’ करने का षडयंत्र रचते हुए भीड को दोबारा पुलिस थाने के सामने इकठ्ठा किया और उसी षडयंत्र के तहत पुलिस कर्मियों व पुलिस थाने पर पत्थरबाजी की गई. जबकि उस समय तक यति नरसिंहानंद के खिलाफ नागपुरी गेट पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी. ऐसे में अब पुलिस द्वारा उस षडयंत्र का पता लगाने के साथ ही साजिश रचने वाले लोगों की भी खोजबीन करनी शुरु कर दी गई है.