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डॉ. श्रीरंग ढोले के खिलाफ विनयभंग का मामला दर्ज

होमिओपैथी कालेज की पूर्व छात्रा ने लगाया छेडछाड का आरोप

अमरावती/दि. 3- स्थानीय बडनेरा रोड स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरु मेमोरियल इन्स्टिट्यूट ऑफ होमिओपैथिक मेडीकल सायंसेस के प्राचार्य डॉ. श्रीरंग ढोले के खिलाफ बडनेरा पुलिस थाने में महाविद्यालय की ही पूर्व छात्रा रही एक युवती के साथ छेडछाड करते हुए उसका विनयभंग करने का मामला दर्ज किया गया है.
इस संदर्भ में पीडिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक उसने वर्ष 2016 में बीएचएमएस प्रथम वर्ष पाठ्यक्रम हेतु बडनेरा रोड स्थित होमिओपैथिक कालेज में प्रवेश लिया था और कुछ विषय बैक रह जाने के चलते वह परीक्षा का फॉर्म भरनेे हेतु कालेज गई थी. पढाई जारी रहने के चलते उसने अपने शैक्षणिक दस्तावेज कालेज में जमा कराए थे. कुछ दिन पहले उसके मायके के पते पर उसे पुलिस के जरिए एक पत्र प्राप्त हुआ था. जिसमें अदालती आदेश के अनुसार उसे 29 अप्रैल को दोपहर 2.30 बजे कालेज में उपस्थित रहने हेतु कहा गया था. ऐसे में वह 29 अप्रैल को सुबह 11 बजे ही कालेज पहुंच गई. लेकिन कालेज के प्रिन्सीपल मिटिंग में गए रहने के चलते उसे उसके शैक्षणिक दस्तावेज नहीं मिले. जिसके चलते वह 2 अप्रैल को दुबारा सुबह 11 बजे कालेज पहुंची तो प्रिन्सीपल हाजिर नहीं थे. उन्हें फोन लगाने पर उन्होंने 2.30 बजे आने की बात कहते हुए दोपहर 2 बजे हाजिर रहने हेतु कहा. जिसके चलते वह दोपहर 2 बजे कालेज में हाजिर हो गई. उस समय उसके अलावा अन्य दो लोग भी अपने किसी काम के चलते प्रिन्सीपल से मिलने हेतु हाजिर थे. जिन्हें कालेज में पहुंचते ही प्रिन्सीपल डॉ. ढोले ने बाहर ही रुकवा दिया और उस युवती को अकेले ही अपने साथ अपने चेंबर में चलने के लिए कहा. साथ ही उसे अपनी बैग व मोबाईल बाहर ही छोड देने के लिए भी कहा. इसके अलावा चैनल गेट के पास खडे रहकर पेंटींग का काम कर रहे एक अज्ञात व्यक्ति को उक्त युवती की तलाशी यानि चेकिंग करने का निर्देश दिया. लेकिन वहां पर कोई महिला उपस्थित नहीं थी. ऐसे में उक्त युवती ने उस पेंटर को अपनी तलाशी नहीं लेने दी. पश्चात डॉ. ढोले उक्त युवती को अपने साथ लेकर अपने चेंबर में ले गए और वहां पर युवती के पास कोई ऐसी-वैसी वस्तु तो नहीं है, इसकी तसदीक करने हेतु खुद ही उसके कपडो की तलाशी लेने लगे. इस दौरान डॉ. ढोले ने उस युवती की कमर पर स्पर्श करने के साथ ही उसकी पीठ पर भी हाथ घुमाया. जिससे उस युवती के मन में लज्जा उत्पन्न हुई. उसके बाद डॉ. ढोले ने उस युवती को आवेदन लिखने के लिए कहा और कक्ष से बाहर चले गए. साथ ही जाते-जाते पेंटींग का काम कर रहे उसी अज्ञात व्यक्ति को उस युवती पर ध्यान रखने का निर्देश भी दिया. थोडी देर बाद डॉ. ढोले ने वापिस लौटकर उस युवती के शैक्षणिक दस्तावेजो में से कुछ गिने-चुने दस्तावेज ही वापिस लौटाए और उसे 4-5 बजे तक वही पर बिठाया रखा. साथ ही शेष दस्तावेजो को वापिस लेने के लिए 3 मई को दुबारा कालेज आने हेतु कहा.
इस शिकायत के आधार पर बडनेरा पुलिस ने पंडित जवाहरलाल नेहरु मेमोरियल इन्स्टिट्यूट ऑफ होमिओपैथिक मेडीकल सायंसेस के प्राचार्य डॉ. श्रीरंग ढोले (58) के खिलाफ भादंवि की धारा 354 (अ) के तहत अपराधिक मामला दर्ज करते हुए जांच शुरु कर दी है.

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