अमरावतीमहाराष्ट्र

फर्जी लाईसेंस बनाने वाले दो लोगों पर मामला दर्ज

20 दिनों के बाद पथ्रोट पुलिस ने किया गोरखधंधे का पर्दाफाश

* दो संहितों का दुपहिया वाहन पुलिस थाने में जमा
अमरावती/दि.24– खुद को फ्रूड लाईसेंस अधिकारी बताने वाले दो युवकों से जैसे ही पथ्रोट में एक होटल संचालक ने पहचानपत्र दिखाने हेतु कहा, तो दोनों ही तथाकथित फ्रूड लाईसेंस अधिकारी अपना दुपहिया वाहन छोडकर भाग निकले थे. जिसके बाद होटल चालक ने उक्त दुपहिया वाहन को थाने में जमा कराने के साथ ही शिकायत दर्ज कराई थी. जिसे लेकर की गई जांच पडताल में पता चला कि, उन दोनों युवकों ने फू्रड लाईसेंस नुतनीकरण करने के नाम पर गांव के कई व्यवसायियों से लाईसेंस नुतनीकरण के नाम पर जालसाजी की थी. जिसके चलते करीब 20 दिनों के बाद पथ्रोट पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ जालसाजी तथा फर्जी सरकारी दस्तावेज तैयार करने को लेकर अपराधिक मामला दर्ज किया है. नामजद किये गये आरोपियों के नाम वैभव सवई (परतवाडा) एवं आकाश व्यवहारे (नागपुर) बताये गये है.

जानकारी के मुताबिक पथ्रोट गांव के पा ही महामार्ग से लगकर शेतकरी धाबा नामक होटल है. जहां पर 30 अप्रैल की दोपहर 2 बजे के आसपास दो लोग पहुंचे और अपना नाम बताने के साथ ही खुद को फू्रड लाईसेंस अधिकारी बताते हुए धाबे के फू्रड लाईसेंस के नुतनीकरण की बात कही. जिसके लिए कुल 700 रुपए का खर्च बताते हुए 500 रुपए तुरंत और 200 रुपए लाईसेंस बनने पर देने के लिए कहा. इस समय होटल संचालक निखिल तुरखडे ने जब इन दोनों लोगों से उनके पहचानपत्र मांगे, तो दोनों ही लोग इधर-उधर की बात कहने लगे और मामला खुद पर भारी पडता देख अपना दुपहिया वाहन वहीं पर छोडकर भाग निकले. जिसके बाद होटल संचालक ने इस दुपहिया वाहन को पुलिस थाने में जमा कराने के साथ ही पुलिस को इसकी सूचना दी और गांव में रहने वाले कुछ लोगों से इस बारे में बातचीत की, तो पता चला कि, फू्रड लाईसेंस नुतनीकरण के नाम से उन दोनों लोगों ने गांव में रहने वाले करीब 28 व्यवसायियों के साथ जालसाजी की थी. जिसमें से कुछ लोगों ने खाद्य पदार्थ विक्री हेतु आवश्यक रहने वाले लाईसेंस का नुतनीकरण करने के बाद जब लाईसेंस पर रहने वाले बार कोड की जांच की, तो वह बनावटी यानि फर्जी रहने की बात सामने आयी. जिसके चलते इस मामले का भांडा फुटा. वहीं पुलिस ने जब जब्त की गई दुपहिया की डिक्की को जांचा, तो उसमें वैभव एम. सवई (परतवाडा) व आकाश व्यवहारे (नागपुर) नामक दो लोगों के नाम वाले पहचान पत्र मिले. इसके आधार पर दोनों लोगोें के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया गया.

* 8 से 10 हजार व्यवसायियों के साथ जालसाजी
दुपहिया वाहन की डिक्की में नुतनीकरण हेतु तैयार किये गये प्रमाणपत्र बरामद हुए. साथ ही एक रजिस्टर भी मिला. जिसके जरिए अनुमान लगाया गया कि, इन दोनों लोगों ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 8 से 10 हजार व्यवसायियों को इसी तरह से चुना लगाया. इस काम में एक बडा रैकेट सक्रिय रहने की भी चर्चा है. वहीं अब अपराध दर्ज हो जाने के चलते बहोत जल्द इन सभी बातों का खुलासा होगा.

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