अमरावती

बारिश में बढ सकते है सर्पदंश के मामले

बिलों में पानी भर जाने से सांप निकल आते है बाहर

अमरावती/दि.17- बारिश का मौसम शुरू होते ही तापमान कम हो जाता है और ठंडक भरा मौसम रहता है. वहीं आसमान से बरसनेवाला पानी जमीन के भीतर रिस जाने और बिलों में पानी भर जाने की वजह से सांप अपने बिलों से बाहर निकल आते है और जमीनी सतह पर इधर से उधर विचरण करते है. जिसके चलते विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में और खेतों में काम करते समय सर्पदंश की घटनाएं बडे पैमाने पर घटित होती है और ऐसी घटनाओं में यदि किसी जहरीले सांप द्वारा दंश किया जाता है, तो जान जाने का भी खतरा होता है.

* जिले में पाये जानेवाले जहरीले व बिना जहरीले सांप
– जिले में नाग, मण्यार, घोणस, फुरसे, वेणू नाग व पोवला इन प्रजातियां के सांप पाये जाते है.
– वहीं धोंड्या, धामण, अजगर, हरनटोल व पाणदिवट इन प्रजातियोंवाले सांप जहरीले नहीं होते.

* सांप को मारे नहीं, सर्पमित्र को बुलाये
यदि किसी भी घर अथवा रिहायशी परिसर में सांप निकलता है, तो लोगबाग घबराकर उसे मारने का प्रयास करते है. परंतू ऐसे समय बेहद संयम से काम लेते हुए सांप को मारने की बजाय तुरंत किसी सर्पमित्र को फोन करते हुए उसे बुलाया जाना चाहिए और सर्पमित्र के आने तक सांप की हलचलों पर नजर रखी जानी चाहिए. सर्पमित्रों द्वारा बडी सावधानी व सतर्कता के साथ किसी भी तरह के सांप को पकडकर उसे जंगल में सुरक्षित छोड दिया जाता है.

* सर्पदंश से बचने सतर्कता जरूरी
जिन स्थानों पर इंसानी दखल कम होता है, वहां सांप बडे पैमाने पर पाये जाते है. ऐसे में खेतों अथवा रिहायशी बस्तियों की अंधेरी जगह पर काम करते समय चप्पल की बजाय जुतों का प्रयोग किया जाना चाहिए, ताकि सर्पदंश से बचा जा सके.

* सर्पदंश होने पर घबराये नहीं
अमरावती शहर सहित जिले में बिना जहरीले सांपों की संख्या भी अधिक है. ऐसे में सर्पदंश होने पर बिल्कुल भी घबराना नहीं चाहिए, बल्कि अस्पताल जाकर तुरंत इलाज कराना चाहिए.

* गोपीनाथ मुंडे अपघात बीमा योजना का मिलता है लाभ
गोपीनाथ मुंडे अपघात बीमा योजना अंतर्गत सर्पदंश या बिच्छू के कांटने से मौत होने पर संबंधित व्यक्ति के परिवार को सरकार द्वारा 2 लाख रूपये तक सहायता प्रदान की जाती है. अब तक इस योजना का कई परिवारों को लाभ भी मिल चुका है.

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