मुंबई दि. 16– केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने बुधवार को भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान बंबई का दौरा कर प्रथम वर्ष के दलित छात्र की मौत और उसके जातिगत भेदभाव का सामना करने के आरोपों की गहन जांच की मांग की है. इस प्रतिष्ठित संस्थान के पर्व परिसर के एक छात्रावास की इमारत की सातवी मंजिल से रविवार को कूदने के बाद दर्शन सोलंकी (18)की मौत हो गई. अहमदाबाद का रहनेवाला सोलंकी बीटेक (केमिकल)पाठ्यक्रम का प्रथम वर्ष का छात्र था.
आईआईटी- बंबई ने मंगलवार को संस्थान में जातिगत पूर्वाग्रह के आरोपों को खारिज किया और कहा कि दर्शन के दोस्तों से मिली शुरूआती जानकारी से पता चलता है कि कोई भेदभाव नहीं था. संस्थान ने छात्रों से पुलिस और मामले की आंतरिक जांच खत्म होने तक इंतजार करने का आग्रह किया. बुधवार को यहां पत्रकारों से बात करते हुए आठवले ने कहा कि ‘मैंने मामले की गहन जांच की मांग की है. बीटेक के छात्र के साथ जातिगत भेदभाव का आरोप है मैने अधिकारियों से इस नजरिए से भी जांच करने को कहा है. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हो तो कार्रवाई की जानी चाहिए. आठवले ने कहा कि सोलंकी ने रविवार को अपने पिता को फोन किया और उन्हें सूचित किया कि एक पेपर को छोडकर उसकी पहले सेमेस्टर की अन्य परीक्षाएं अच्छी रही है. उनके पिता ने उन्हें चिंता न करने को कहा था और जल्द ही मुंबई आने की बात कही थी. हालांकि आधे घंटे बाद सोलंकी ने अपने छात्रावास से छलांग लगा दी और उसकी मौत हो गई.