अमरावतीमहाराष्ट्र

मिलेट्स के चॉकलेट बार में इल्लीयां

मेलघाट के गडगा भांडूप शाला की घटना

अमरावती/दि.27– राज्य के आदिवासी बहुल क्षेत्र के विद्यार्थियों को शालेय पोषण आहार में अतिरिक्त मिलेट्स की चॉकलेट बार का वितरण किया जाता है. इसी मिलेट्स के चॉकलेट बार में इल्लीयां बरामद होने का मामला सामने आया है. अमरावती के आदिवासी बहुल क्षेत्र के मेलघाट के गडगा भांडूप शाला में यह मामला उजागर हुआ. यह बात शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचते ही उन्होंने इस प्रकरण को रफादफा करने का प्रयास शुरु किया रहने की बात पता चली है.
प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत नए उपक्रम के जरिए अमरावती जिले के आदिवासी बहुल क्षेत्र की शालाओं को मिलेट्स बार की शाला स्तर पर आपूर्ति की जाती है. चॉकलेट मिलेट्स, न्यूट्रीट्यूव बार विथ रागी, मिक्स फ्रूट मिलेट्स न्यूट्रीट्यूव बार विथ जवार व पिनट बटर मिलेट न्यूट्रीट्यूव बार विथ बाजरा ऐसे तीन तरह के मिलेट्स बार का वितरण किया जाता है. अमरावती की पंचायत समिति धारणी व चिखलदरा के आदिवासी क्षेत्र के पहली से पांचवी और छठवीं से आठवीं के विद्यार्थियों को इस बार का वितरण हो रहा है. नागपुर के कामठी की जस्ट किचन प्रायवेट लिमीटेड नामक संस्था को मिलेट्स बार आपूर्ति करने का ठेका दिया रहने की जानकारी है. इसके मुताबिक संबंधित संस्था की तरफ से मार्च-अप्रैल माह में मेलघाट की शालाओं में मिलेट्स बार का वितरण किया गया था. इसके मुताबिक चिखलदरा पंचायत समिति अंतर्गत आनेवाले गडगा भांडूप शाला में हलके दर्जे के मिलेट्स बार की आपूर्ति होने का आरोप ग्रामवासियों ने किया है. मिलेट्स बार के पैकेट में इल्लीयां निकलने की जानकारी भी यहां के कुछ पालको ने दी. अति बहुल क्षेत्र की शालाओं में हलके दर्जे के मिलेट्स बार का वितरण होता रहने से विद्यार्थियों के स्वास्थ्य का प्रश्न निर्माण हो गया है. इस संपूर्ण घटना पर शिक्षा विभाग की तरफ से टालमटोल जवाब दिए जाने की बात भी सामने आई है. जबकि हलके दर्जे के बार की आपूर्ति करनेवाली संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी नागरिकों द्वारा होने लगी है.

* विद्यार्थियों को मिलेट्स बार वितरित न करने की सूचना
फरवरी-मार्च माह में मिलेट्स बार वितरण के समय कुछ विद्यार्थी अनुपस्थित थे. इस कारण उनका वितरण नही हो पाया. जब ऐसा मामला सामने आया तब इस मिलेट्स बार का वितरण रोक दिया गया. मिलेट्स बार यदि हलके दर्जे के होगे तो विद्यार्थियों को वितरित न करने की सूचना दी गई है.
– बुद्धभूषण सोनवने, शिक्षणाधिकारी, अमरावती.

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