पशुओं की सुरक्षा के लिए पशुपालक कर रहे आवश्यक प्रयास
दर्यापुर तहसील में कडाके की ठंड
दर्यापूर /दि.18– पिछले 5-6 दिनों से तहसील में कडाके की ठंड पड रही है. जिसकी वजह से नागरिक ठंड से बचाव के लिए गर्म उनी कपडों का इस्तेमाल कर रहे है. साथ ही तहसील के पशुपालक पशुओं की ठंड से सुरक्षा के लिए उनके शरीर पर जुट से बने बोरे की झुल डालकर ठंड से उनका बचाव करने का प्रयास कर रहे है. कडाके की ठंड के चलते गाय-भैंस के दूध पर भी परिणाम होता दिखाई दे रहा है तथा बछडों को भी ठंड से परेशानी हो रही है. जिसमें उनकी सुरक्षा के लिए जुट से बने बोरे की झुल उनके शरीर पर डाली जा रही है.
* पशुधन को ठंड से बचाने करें आवश्यक उपाय
पशुधन को ठंड से बचाने पशुपालक आवश्यक उपाय करें. जिसमें सूर्य प्रकाश के लिए पशुओं को चरने के लिए छोडे, पशुओं का गोठा अगर टीन का हो तो उस पर घास या फिर कडबी का थर रखे. गोठे में कृत्रिम प्रकाश व उष्णता की सुविधा उपलब्ध करवाएं. दूध देनेवाले पशुधन को संतुलित आहार दे, ठंड में पशुओं को खुले में न बांधे. साथ ही ठंडे पानी से उन्हें दूर रखे, इत्यादी आवश्यक उपाय पशुधन को ठंड से बचाने लिए करें.
* ठंड से पशुधन को बचाए
ठंड का सर्वाधिक परिणाम नवजात बछडों पर होता है. पशुधन को ठंड से बचाने उन्हें खुली और ठंड की जगह पर न बांधे. कमजोर पशुओं को पर्याप्त रुप में चारा उपलब्ध करवाएं और उन्हें ठंड से बचाए जाने के लिए आवश्यक उपाय करें.
– डॉ. प्रतीक बोडखे, पशुसंवर्धन सहायक आयुक्त
* ठंड की वजह से दूध पर असर
ठंड की वजह से पशुओ के दूध पर परिणाम हो रहा है. जिसकी वजह से पशुपालकों का आर्थिक नुकसान हो रहा है. ठंड की वजह से पानी न पिये जाने पर दूध में कमी आ रही है, जिसमें पशुओं के शरीर पर बोरे की झुल डालकर उनका ठंड से बचाव करें.
– संदीप देशमुख, पशुपालक.