अमरावती

अमरावती विद्यापीठ में सीबीसीएस पद्धति लागू

विद्या परिषद का ऐतिहासिक निर्णय

* भारत में सीबीसीएस पद्धति लागू करने वाला प्रथम विद्यापीठ
अमरावती/दि.5 – संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के विज्ञान व तंत्रज्ञान, वाणिज्य व व्यवस्थापन, मानव विज्ञान व आंतरविद्या शाखिय अभ्याक्रम इन चार विद्या शाखा में पदवि व पदव्युत्तर स्तर पर अभ्यासक्रमों को पसंद आधारित श्रेयांक पद्धत (चॉईस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) लागू करने का ऐतिहासिक निर्णय कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे की अध्यक्षता में हुई विद्या परिषद की सभा में लिया गया. भारत में यह पद्धति अभ्यासक्रम में लागू करने वाला अमरावती विद्यापीठ यह पहला विद्यापीठ है. शिक्षा, अध्यापन, परीक्षा व मूल्यांकन को लेकर यह अभ्यासक्रम लागू करने के लिए जरुरी निर्देश, अध्यादेश व विनीयम को भी विद्या परिषद में मान्यता प्रदान कर दी है. विद्यापीठ परिक्षेत्र के सभी सलग्नित महाविद्यालय तथा शैक्षणिक विभागों को शैक्षणिक सत्र 2022-23 से यह पद्धति लागू होने जा रही है. संबंधित 4 विद्या शाखाओं द्बारा इसके लिए दिये गये सूझाव मान्य किये गये है. सीबीसीएस पद्धति लागू करते वक्त कुछ अभ्यासक्रमों को कम किया गया है.
सीबीसीएस पद्धति बाबत सभी चार अधिखातों ने विद्या परिषद की सभा में विस्तुत प्रेझेंटेशन दिया. जिस पर चर्चा होकर कुछ दुरुस्तियां कर यह पद्धति लागू कर दी गई. जिसके तहत पदवि व पदव्युत्तर अभ्यासक्रम में सेमिस्टर पद्धत लागू रहेगी. छात्रों को अपने पसंद अनुसार विषय चुनने का स्वतंत्र रहेगा. कौशल्य पर आधारित अभ्यासक्रम भी उन्हें पूर्ण करते आएंगा. जिसके लिए छात्रों को क्रेडिट मिलेगा. जिससे छात्र रोजगार सक्षम बनेंगे.

* इन विषयों का समावेश
एबिलिटी एन्हान्समेंट, कम्युनिकेशन स्कील, डीसीप्लीन स्पेसिपीक कोअर कोर्सेस, इलेक्टीव्ह प्रोजेक्ट, फाउंडेशन, जेनेरीक इलेक्टीव्ह, जेनेटिक ओपन इलेक्टीव्ह, जनरल इन्टरेस्ट, स्कील एन्हान्समेंट अभ्यासक्रम इंडक्शन प्रोग्राम, इंटर्नशिप, एपप्रेन्टन्शीप, फिल्ड वर्क, कार्य अनुभव, मुक्स, स्वयम सहित अभ्यासेत्तर व अभ्यासपूरक एक्टीविटीज तथा अभ्यासक्रम के लिए छात्रों को क्रेडिट कैसे मिलेगा, उस पर भी विस्तार से जानकारी दी गई. इसके लिए एसजीपीए व सीसीटीए का सूत्र मान्य किया गया.

* अभ्यास मंडल तैयार करेंगे नये अभ्यासक्रम
विद्या परिषद में सीबीसीएस को मान्यता प्रदान करने से सभी अभ्यास मंडल अपने-अपने विषय के पदवी व पदव्युत्तर स्तर के अभ्यासक्रम तैयार करेंगे. आगामी शिक्षा सत्र से यह नया अभ्यासक्रम लागू होने जा रहे है. जिसके लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है. 30 जून तक प्रत्येक पदवी अभ्यासक्रम के 2 सेमिस्टर के सिलैबस तैयार किये जाएंगे.

* रिव्हू समिति की स्थापना
सीबीसीएस अभ्यासक्रम पर अमल करने के लिए व इस अभ्यासक्रम में जाने वाली दिक्कतों का समाधान करने के लिए रिव्हू समिति की स्थापना करने का निर्णय लिया गया है. इस समिति में तज्ञों का समावेश रहेगा. जिनके माध्यम से अभ्यासक्रम का मॉनिटरिंग किया जाएगा. चॉईस बेस्ड के्रडिट सिस्टम लागू करने के लिए कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे के मार्गदर्शन में कुलसचिव, परीक्षा व मूल्यमापन मंडल के संचालक, विषय तज्ञ, सभी अधिष्ठाता, प्राचार्य, अधिकारी व सदस्यों का सहकार्य मिला.

Related Articles

Back to top button