अमरावती/दि.30 – संत ज्ञानेश्वर माउली ने विश्व कल्याण व विश्व शांती के लिए अपना संपूर्ण देह अर्पण कर ज्ञानेश्वरी, चांगदेव पासष्ठी, अमृतानुभव, हरिपाठ तथा अभंग गाथा जैसे महान ग्रंथ लिखे. विश्व कल्याण के लिए संत ज्ञानेश्वर माउली ने अपने गुरु बंधु निवृत्तिनाथ से ऐसा पसायदान मांगा की वह विश्व में सर्वश्रेष्ठ ठहरा. संपूर्ण विश्व में आंतकवाद, धर्मवाद, सम्प्रदायवाद, जातिवाद फैल रहा है. धार्मिक, सामाजिक तथा सर्वधर्म संभाव तथा विश्व शांती के लिए 1 जनवरी को संत ज्ञानेश्वर माउली विश्वदिन के रुप में मनाया जाए ऐसा ह.भ.प. रंगराव महाराज कडू ने प्रेस विज्ञप्ती व्दारा कहा है.