अमरावती दि. 20- शहर के शासकीय विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्था के मानसशास्त्र विभाग व्दारा आत्महत्या प्रतिबंध दिन मनाया गया. कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष के रुप में संस्था की संचालिका प्रो. डॉ. अंजली देशमुख उपस्थित थी. तज्ञ मार्गदर्शक के रुप में मानसोपचार तज्ञ डॉ. विद्युत खांदेवाले ने उपस्थितों का मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम की शुरुआत छात्रा उर्वि खडके, दैवश्री कवटकर व्दारा सरस्वती की वंदना से की गई.
आत्महत्या प्रतिबंध दिन मनाने की शुरुआत कैसे हुई और उसके पीछे प्रमुख उद्देश्य क्या था, इस बारे में जानकारी देते हुए डॉ. राहुल बर्वे ने प्रस्तावना की. डॉ. खांदेवाले का परिचय प्रा. वैशाली शेलके ने दिया. इसके बाद डॉ. खांदेवाले ने आत्महत्या के बारे में गैरसमज और हकीकत, आत्महत्या के कारण, आत्महत्या का प्रयास करने वाले मरीजों के साक्षात्कार, मुल्यांकन पध्दति, आत्महत्या का प्रतिबंध व व्यवस्थापन कैेसे करे, आत्महत्या प्रतिबंध करने के लिए कृति से आशा निर्माण कैसी की जाए, इस बारे में विस्तृत जानकारी दी गई. अध्यक्षीय भाषण में डॉ. अंजली देशमुख ने आत्महत्या के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभाग के अध्यापक रेहा ननवानी, स्नेहल वानखडे, शरद मानकर, सुरेश जामोतकर, प्रवीण लोही, रवि अलोणी, शुभम वैद्य, रुपाली गायकवाड, माधुरी बेलसरे, चंदन शेलके ने कडी मेहनत की. मंच संचालन शिवानी इंगले व अंत में अनिकेत चोटमल ने आभार माना.