अमरावती

सादगीपूर्ण ढंग से मना राष्ट्रसंत का पुण्यतिथि महोत्सव

53 वर्षों की परंपरा रही अबाधित

  • किसानों ने श्रमदान से की महासमाधि की सजावट

अमरावती/दि.20 – राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के 53 वें पुण्यतिथि महोत्सव अवसर पर गुरूकूंज मोझरी स्थित राष्ट्रसंत की महासमाधि पर सैंकडों गुरूदेव भक्तों द्वारा भावपूर्ण श्रध्दांजलि अर्पित की गई. प्रतिवर्ष यह पुण्यतिथि महोत्सव बेहद भव्य-दिव्य स्वरूप में मनाया जाता है. किंतु इस वर्ष कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करते हुए गत वर्ष की तरह ही पुण्यतिथि महोत्सव बेहद सादगीपूर्ण तरीके से मनाया जा रहा है.
इस महोत्सव से पहले बीती रात 9 बजे से महासमाधि स्थल की पुष्प सजावट करनी शुरू की गई. जिसमें क्षेत्र के युवा व उत्साह किसानों द्वारा सामूहिक रूप से श्रमदान करते हुए आधी रात तक महासमाधि स्थल की आकर्षक साज-सज्जा की गई, जो सभी के आकर्षण का केंद्र रही. इस समय अध्यात्म विभाग प्रमुख डॉ. राजाराम बोथे तथा सेवानिवृत्त प्राध्यापक सुहास टप्पे के विशेष मार्गदर्शन में भास्कर गद्रे, योगेश फरकाडे, अंबर कडवे, निलेश ढोबले, सागर कडगे, प्रकाश राउत, शैलेश शिंगणापुरे, निखिल देशमुख, वेदप्रकाश धारपुरे, प्रशांत चौधरी, निखिल फरकाडे, आदित्य दारपुरे, आदित्य डोंगरे, सुशांत देशमुख, सूरज टोपले, केतन कडवे, नयन टोपले, साहिल टोपले, प्रणित ढोबाले, लक्ष्मण चौधरी, आकाश गद्रे नामक किसानों और काटोल तहसील के जुनापानी में श्री गुरूदेव सेवा मंडल की शाखा चलानेवाले युवा कार्यकर्ताओं ने महासमाधि की साज-सज्जा में हिस्सा लिया. सबसे उल्लेखनीय यह रहा कि, ये सभी युवा व उत्साही किसान अपने-अपने घरों से अपना भोजन साथ लेकर आये थे तथा सभी ने पूरी रात जागकर बेहद कलात्मक तरीके से महासमाधि की पुष्पसजावट बडे आकर्षक ढंग से पूर्ण की.

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