तिवसा में नकली नोट फेंक कर व डफली बजाकर केंद्र सरकार का निषेध
तहसील व शहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
तिवसा/ दि. ९-मोदी सरकार की उद्योगपतिनीति के कारण अदानी का महाघोटाला उजागर हुआ है. जनता का पैसा सुरक्षित रहे और इस महाघोटाला का पर्दाफाश होने के लिए कांग्रेस द्वारा आज तिवसा एसबीआई बैंक शाखा के सामने नकली व प्रतिकात्मक चल फेंक कर तथा डफली बजाकर केंद्र सरकार की गलत वित्तीय नीति का निषेध किया गया. इस समय तहसील कांग्रेस अध्यक्ष सतिश पारधी तथा नगरसेवक वैभव वानखडे ने हिडेनबर्ग ने किए संशोधन और ८८ प्रश्नों को स्पष्ट करते हुए उपस्थित नागरिकों को और मीडिया को जानकारी दी. इस आंदोलन में तहसील कांग्रेस अध्यक्ष सतिश पारधी, दिलीपराव कालबांउे, सेतू देशमुख, मोहन वानखडे, कल्पना दिवे, वैभव वानखडे, शिल्पा हांडे, भारत ढोणे, निलेश खुले, अब्दुल सत्तार, योगेश वानखडे, किसनराव मुंदाणे, संदीप आमले, वसंतराव जिरापुरे, रवींद्र हांडे, रितेश पांडव, राजू वेरूलकर, प्रकाश माहोरे, रुपाली काले, मुकुंद पुनसे, अमर वानखडे, नरेश लांडगे, लुकेश केने, अतुल खुले, छत्रपति डोंगरे, प्रदीप वानखडे, प्रदीप बोके, अंकुश देशमुख, वैभव ढवले, हरिदास भगत, किशोर दिवे, धीरज ठाकरे, नरेंद्र विघ्ने, वैभव काकडे, आशीष ताथोडे, राजेश ठाकरे, सचिन वानखडे, शशांक राऊत, विलास हांडे, दीपक पावडे, मध्ाुकर भगत, अतुल तिखे, मंगेश राऊत, संजय चौधरी, अजय बाखडे, जसबीर ठाकुर, राजेंद्र मालोदे, राजू शिर्के, सुधीर बोके, शरदराव देशमुख, प्रमोद पाटील, सूरज ध्ाुमनखेडे, विशाल केने, श्रीकांत भोंबे, अनिकेत प्रधान, नामदेव तांबे समेत पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.