सेंट्रल जेल को मिली 19 करोड रुपयों की निधि
वॉल कम्पाउंड व विद्युतीकरण के काम किये जाएंगे
* 204 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे
अमरावती/दि.9– ब्रिटीशकालीन रहने वाले अमरावती मध्यवर्ती कारागार में विभिन्न कार्य करने हेतु राज्य के गृह विभाग ने 19 करोड रुपयों की निधि मंजूर की है. जिसके जरिए कारागार परिसर के आसपास वॉल कम्पाउंड बनाने के साथ ही बाह्य रास्ते बनाते हुए पूरे परिसर में विद्युतीकरण किया जाएगा. साथ ही कारागार परिसर में 204 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे. जिनके जरिए कारागार के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित जेल में बंद रहने वाले कैदियों की सभी छोटी-बडी हरकतों पर नजर रखी जा सकेगी.
इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल को उपलब्ध हुई जानकारी के मुताबिक कारागार प्रशासन के महासंचालक अमिताभ गुप्ता द्वारा इस विभाग का जिम्मा संभाले जाते ही रिक्त पदभर्ती, बंदीजनों हेतु मूलभूत सुविधा तथा जेल अधिकारियों व कर्मचारियों के निवासस्थान से संबंधित मामलों को हल करने हेतु प्राधान्य दिया जा रहा है. अमरावती मध्यवर्ती कारागार के आसपास घनी रिहायशी बस्ती रहने के चलते जेल की अंतर्गत व बाह्य सुरक्षा को लेकर प्रशासन को काफी चुनौतियों का सामना करना पड रहा है. जेल के ठीक पीछे स्थित एक्सप्रेस हाईवे से गांजे व गुटखा से भरी गेंद जेल के भीतर फेंके जाने के मामले लगातार उजागर हो रहे है. गांजे से भरी यह गेंदे निश्चित तौर पर किसके लिए जेल के भीतर फेंकी जाती है और कौन इन गेंदों को बाहर से फेंकता है. यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. परंतु इसे रोकने हेतु कारागार अधीक्षक कीर्ति चिंतामणी ने इस परिसर के चारो ओर सुरक्षा दीवार की उंचाई को बढाने व वॉल कम्पाउंड का निर्माण करने हेतु 13 करोड 77 लाख 80 हजार 556 रुपए तथा बाह्य रास्ते व विद्युतीकरण के लिए 5 करोड 46 लाख 55 हजार 694 रुपयों की निधि मिलने का प्रस्ताव भेजा था. जिसे 7 फरवरी को प्रशासकीय मान्यता प्राप्त हो गई है. इस मान्यता के बाद प्रत्यक्ष में निधि मिलने के उपरान्त कामों के क्रियान्वयन की ओर सभी की निगाहे लगी हुई है.
* अब जेल के चप्पे-चप्पे पर रहेगी ‘तीसरी आंख’ की नजर
जेल के भीतरी व बाहरी हिस्सों में पूरी नजर रखने हेतु अब जेल परिसर में 204 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. जिसके लिए स्वतंत्र निधी भी मंजूर की गई है. इन सीसीटीवी कैमरों के जरिए जेल के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित जेल में बंद रहने वाले सभी कैदियों की हलचलों व गतिविधियों पर पूरा समय नजर रखी जा सकेगी. जेल के प्रवेश द्वार से लेकर भीतरी परिसर, जेल के पिछले हिस्से के स्थित हाईवे, चांदूर रेल्वे मार्ग, मुख्य दर्शनी परिसर, जेल के बगल में स्थित खेत परिसर तथा जेल क्वॉटर एवं आसपास के रिहायशी परिसर आदि इलाकों पर भी सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा सकेगी.