जात प्रमाणपत्र निकला झूठा, महिला डॉक्टर पर केस
अमरावती/ दि. 14-पंजाबराव देशमुख स्मारक वैद्यकीय महाविद्यालय में हाल के वर्षो में एमबीबीएस की पढाई करनेवाली छात्रा के जाली जाति प्रमाणपत्र का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है. पुलिस ने 15-20 दिन छानबीन करने के बाद इस मामले में मुंबई के कुरला में रहनेवाली महिला डॉक्टर के विरूध्द अपराध दर्ज किया है. इस बारे में धारा 419, 420, 465, 467, 468, 471 के अलावा जाति जांच कानून 2000 की धारा 11 (1)(ख) के तहत गुन्हा दाखिल किया गया है. आज दोपहर तक संबंधित महिला चिकित्सक पर कार्रवाई नहीं की गई थी. उसने जाति को प्राप्त छात्रवृत्ति भी हासिल की थी. जिससे शासन के विरूध्द अपराध किए जाने का खुलासा हुआ है. पीडीएमसी में बनावटी जाति प्रमाणपत्र से धोखाधडी का यह कदाचित पहला केस है.
जानकारी के अनुसार महिला की जाति प्रमाणपत्र की जांच के निर्देश पीडीएमसी को पिछले माह प्राप्त हुए थे. दस्तावेजों की पडताल करने पर वह प्रमाणपत्र जाली होने का खुलासा हुआ था. तब गाडगेनगर थाने ें में पीडीएमसी के प्रशासकीय अधिकारी ने शिकायत दी. पुलिस ने भी पखवाडे भर तक छानबीन की. शुक्रवार को स्पष्ट हो गया कि आरोपी महिला डॉक्टर ने पीडीएमसी तथा शासन के साथ धोखा किया है. तब विभिन्न धाराओं अंतर्गत गुन्ह दाखिल कर आगे जांच उप निरीक्षक प्रमोद सालोखे कर रहे है.