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चेन स्नेचर के मोबाईल डेटा को खंगाला जा रहा

राजापेठ पुलिस के साथ ही साईबर सेल भी लगी काम पर

अमरावती/दि.16- विगत दिनों राजापेठ पुलिस के हत्थे चढे चार चेन स्नेचरों को अदालत द्वारा 17 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश दिया गया है. ऐसे में राजापेठ पुलिस इन चारों आरोपियों से पूछताछ करने के साथ ही साईबर सेल की सहायता लेते हुए उनके मोबाईल डेटा रिकॉर्ड को खंगाल रही है. इन सभी आरोपियों के पीसीआर की अवधि कल शुक्रवार 17 दिसंबर को समाप्त होनेवाली है. अत: उससे पहले पुलिस इन आरोपियों से शहर में अन्य स्थानों पर घटित चोरी व झपटमारी की घटनाओं को लेकर अधिक से अधिक जानकारी निकालना चाह रही है.
बता दें कि, बीते दिनों स्थानीय गोपाल नगर परिसर में रास्ते से गुजर रही एक महिला के गले से मंगलसूत्र झपटने का प्रयास किया गया था. किंतु महिला द्वारा विरोध किये जाने के चलते दुपहिया पर सवार होकर आये युवक अपने इस प्रयास में नाकाम तो हुए ही, साथ ही इन दोनों आरोपियों में से एक आरोपी का मोबाईल वहीं घटनास्थल पर ही गिर गया था. जिसके आधार पर पुलिस ने इन दो आरोपियों सहित उनके अन्य दो साथियों सहित कुल 4 लोगों को चेन स्नेचिंग व झपटमारी के मामले में गिरफ्तार किया था. वहीं अब उनके मोबाईल का कॉल डेटा रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है, ताकि इस मामले से संबंधित अन्य आरोपियों व अन्य वारदातों का भी पता लगाया जा सके.
इस मामले में राजापेठ पुलिस द्वारा वर्धा में रहनेवाले प्रतिक काले, आयुष चांदेकर, प्रतिक वाणी व रोहित टिके नामक चार आरोपियों को हिरासत में लिया है. जिसमें से रोहित टिके का ही मोबाईल घटनास्थल से बरामद हुआ था और रोहित टिके को पेशेवर अपराधी बताया गया है. जिसने अमरावती सहित देश की राजधानी दिल्ली में भी कई अपराधिक वारदातों को अंजाम दिया है. साथ ही उसने वर्धा में रहनेवाले अपने रिश्तेदार प्रतिक वाणी के साथ मिलकर वर्धा सहित आसपास के शहरों में चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देना शुरू किया. ऐसे में पुलिस को पूरा अनुमान है कि, हाल-फिलहाल के दौरान अमरावती शहर में चेन स्नेचिंग व झपटमारी की जितनी भी घटनाएं घटित हुई है, उनमें इसी टोली का समावेश है. ऐसे में पुलिस अब हर घटना के दिन और समय पर आरोपियों की इस टोली के सदस्य कहां थे, इसका पता उनके मोबाईल लोकेशन के आधार पर खोज रही है.

* चेन स्नेचिंग से पहले दुपहिया चुराते थे

इस पुरे मामले में सबसे खास बात यह पता चली है कि, चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों द्वारा पहले किसी दुपहिया वाहन को चुराया जाता था. जिस पर सवार होकर दो लोग चेन स्नेचिंग व झपटमारी की घटना को अंजाम देते थे और बाद में चोरी के उस दुपहिया वाहन को भी बेच डाला जाता था. ऐसे में पुलिस द्वारा अब इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि, आरोपियों द्वारा शहर में कितने दुपहिया वाहन चुराये गये.

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