* आवक कम, मांग बढ़ी, लाभ व्यवसायियों को
अमरावती/दि.17– किसानों द्वारा भंडार कर रखा गया माल अब समाप्त होेने से उपज मंडी में आवक कम हो गई है. ऐसी परिस्थिति में मांग बढ़ने से तुअर के भाव 10,700 रुपए तथा चना पहली बार गारंटी भाव से अधिक 5700 रुपए क्विंटल मिल रहा है. प्रत्यक्ष में लाभ केवल व्यापारियों को हो रहा है.
पिछले वर्ष के खरीफ सत्र में लगातार बारिश और अतिवृष्टि के कारण कृषि माल का 3 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में नुकसान हुआ है. इसमें खेतों में जल जमा होने से तुअर पर ‘मर’ रोग का प्रादुर्भाव हुआ. इसके अलावा कड़ी ठंड से कुछ इलाकों में कोहरा छाया रहा. ऐसी स्थिति आने से औसतन उत्पादन में कमी आयी है. इस कारण तुअर की मांग बढ़ने से इससे सर्वाधिक भाव मिल रहे हैं. बेमौसम बारिश से बचाव होने से चने का उत्पादन अच्छा हुआ. इस कारण खरीफ सत्र के पूर्व से चने के भाव 4500 से 4800 रुपए स्थिर हो गए थे.
नए कृषि माल को 5 से 6 माह का समय
नई तुअर बाजार में आने में 6 माह का समय है. फरवरी माह से नई तुअर बाजार में बिक्री के लिए आती है. इसके अलावा रबी का चना भी इसी दौरान बाजार में बिक्री को आता है. ऐसी स्थिति में किसानों के पास भंडार किया माल न रहने से आवक कम हो गई और भाव बढ़े हैं.
चने के बाजार भाव (प्रति क्विंटल)
7 अगस्त 4900 से 5380
9 अगस्त 4800 से 5202
10 अगस्त 5000 से 5435
11 अगस्त 5000 से 5400
12 अगस्त 5250 से 5711
14 अगस्त 5100 से 5700