अमरावती

चांदूर रेल्वे स्टेशन पर साकार फुलवारी बनी आकर्षण का केंद्र

स्टेशन प्रबंधक दिपीका वाजपेयी की सराहनीय पहल

चांदूर रेल्वे/ दि.25– चांदूर रेल्वे रेल्वे स्थानक पर महिला स्टेशन प्रबंधक दिपीका वाजपेयी व्दारा साकार की गई फुलवारी इन दिनों यात्रियो के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. स्टेशन प्रबंधक दिपीका वाजपेयी ने स्टेशन परिसर में सुंदर बगीचे का निर्माण किया. जिसमें निशिगंधा, चंपा, चमेली, शेवंती, अष्टर आदि मनमाहेक सुंदर फूलो के पौधो क बेल लगाई. इन पौधों पर पंछियों की चहचहाट सदैव बनी रही इसकेलिए घौसले भी लगाए गए और साथ ही पंछियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था की गई. जिससे रेल्वे स्टेशन परिसर और भी रमणीय हो गया है.
रेल्वे स्थानक पर सभी सुविधाएं है जिसमें सुसज्जित ऑफिस, इमारत, टेलिफोन व्यवस्था, टिकटघर, प्लेटफार्म, यात्रियों की बैठने की सुविधा है. दिनभर रेल गाडियों का आवागन और कर्कश हॉर्न से यहां काम करने वाले कर्मचारियो का मन विचलित हो जाता है. इन्हें थोडी राहत मिलेे और यह सभी कर्मचारी रेल्व स्टेशन पर ही गार्डन जैसा फील करें इस उद्देश्य को लेकर रेल्वे स्टेशन प्रबंधक दिपीका वाजपेयी ने रेल्वे स्टेशन परिसर में गार्डन साकार किया. जिसका कर्मचारियों के साथ यात्री भी लुफ्त उठा रहे है और सराहना कर रहे है.

वेस्ट से बेस्ट
रेल्वे स्टेशन परिसर में लगाए गए गमले और पंछियों के घोसले ऑफिस में स्थित वॉटरफॉल प्लास्टिक कैन से बनाए गए है. पेंट के डिब्बों से गमले बनाए गए है. फुलवारी में जो भी वस्तुओं का इस्तेमाल किया गया है और सभी वस्तुएं आम आदमी इस्तेमाल करने के पश्चात फेंक देता है या फिर कबाड में बेंच देता है. कितु चांदूर रेल्वे रेल्वेस्टेशन पर वेस्ट से बेस्ट का स्वरुप देकर परिसर को रमणीय बनाने का काम स्टेशन प्रबंधक दिपीका वाजपेयी ने किया है.

सोशल मीडिया पर हजारों लाइक व कॉमेंट्स
स्टेशन परिसर को कम समय में फुलवारी का रुप देकर स्टेशन मास्टर दिपीका ने जो सराहनीय काम किया है. स्टेशन के फोटोग्राफ सोशल मीडिया पर डाले गए जिसमें सोशल मीडिया पर हजारों लाईक व कॉमेंटस प्राप्त हो रहे है. जिस प्रकार से भारतीय रेल का चेहरा मोहरा बदलने का प्रयास स्टेशन मास्टर व्दारा किया गया है उसी तरह सभी सरकारी कार्यालयों में भी इस तरह का सुंदर वातावरण बनाया जाना चाहिए इस तरह कॉमेंटस सोशल मीडिया पर किए जा रहे है.

स्टेशन परिसर देखकर दंग हो रहे यात्री
रेल्वे स्टेशन परिसर में चारों ओर गंदगी, कुत्तो और भिखारियों का जमावडा यही दिखाई देता है. यह आम आदमी की सोच है किंतु इस सोच को चांदूर रेल्वे स्टेशन मास्टर दिपीका वाजपेयी ने दरकिनार करते हुए चांदूर रेल्वे स्टेशन को बगीचे के रुप में रुपांतरित कर दिया है. जिसे देखते ही यात्री दंग रह जाते है. जब यहां से रेल्वे गाडियां गुजरती थी तब रेल गाडियों के आवाज से माहौल बेरुखा हो जाता था किंतु अब यहां वातावरण खुशनुमा बना हुआ है. यहां कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों का भी काम में मन लग रहा है. 8 घंटे तक काम कर हर कोई घर परिवार की ओर निकल जाता है किंतु कार्यालय को ही घर जैसा बनाने वाले कुछ ही अधिकारी दिपीका वाजपेयी जैसे होते है.

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