अमरावती प्रतिनिधि/दि.११ – जिले में सतत मौसम के बदलाव के कारण प्याज उत्पादक किसानों को नुकसान हो रहा है. प्याज की फसल पर करपा रोग का प्रादुर्भाव होने की वजह से प्याज उत्पादक किसान प्याज की फसल बचाने के लिए औषधियों का छिडकाव कर रहे है. आगामी दो दिनों में और भी मौसम बदलने की संभावना मौसम विभाग द्बारा जताई गई. जिसमें किसानों की ओर भी परेशानिया बढ गई है और किसान चिंता में दिखाई दे रहा है. प्रचुर मात्रा में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होने पर किसानों ने प्याज की बुआई की थी.
प्याज को समाधानकारक दाम भी मिलने का प्याज उत्पादक किसान आस लगाए बैठे है. किंतु पिछले चार दिनों से सुबह सुबह पड रही ठंड और बादलों के कारण प्याज की फसल पर कीडों का प्रादुर्भाव निर्माण हुआ है. जिससे प्याज पीला पड रहा है. तीन महिने पूर्व किसानों द्बारा महंगे बीज खरीदकर प्याज की बुआई की गई थी. खुद किसानों ने प्याज के रोप भी तैयार किए थे. किंतु अतिवृष्टि के चलते रोप व बीज जमीन दोस्त हो चुके थे. किसानों ने महंगे भाव में बीज खरीदे थे. अब फसल पर अचानक मौसम बदलते ही रोग का प्रादुर्भाव पडने की वजह से किसान चिंता में है.
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प्याज की फसल पर करपा का प्रादुर्भाव
पौन एकड प्याज की फसल के लिए अब तक 40 हजार रूपये खर्च आ चुका है. पिछले दो दिनों से बादलों के कारण वातावरण में बदलाव आया है. जिसकी वजह से प्याज की फसल पर करपा व मावा रोग का प्रादुर्भाव दिखाई दे रहा है.
प्रशांत तायवाडे
प्याज उत्पादक किसान