अमरावतीविदर्भ

शहर के सरकारी अनाज दूकानों की करें जांच

भीम आर्मी एकता मिशन ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन

अमरावती/१८ – शहर के राशन दूकानदारों व्दारा सरकारी अधिकारियों को साथ में लेकर गरीब सामान्य नागरिकों का हक छीना जा रहा है. ऐसे में अन्न व नागरी आपूर्ति कार्यालय व शहर के सस्ते अनाज दूकानदारों की कडाई से जांच कर उन पर कार्यवाही करने बाबत भीम आर्मी भारत एकता मिशन व्दारा जिलाधिकारी को निवेदन सौंपा गया.
निवेदन में कहा गया है कि शहर मेें सर्वत्र लॉकडाउन शुरु रहते गरीब जनता गंभीर बीमारी से लड रही है. ऐसे में केंद्र व राज्य सरकार व्दारा उन्हें दिलासा के रुप में सरकारी सस्ते अनाज की दूूकानों से कम दाम में अनाज दिया जा रहा है. साथ ही उन्हें ३५ किलो नि:शुल्क अनाज वितरित करने के आदेश दिये गये. लेकिन इस निर्णय का उचित तरीके से पालन नहीं किया जा रहा. शहर में करीबन १६१ सस्ते अनाज की दूकानें है. दूकान की आकडेवारी को देखते हुए सामान्य नागरिकों को उचित तरीके व नियमानुसार अच्छा राशन मिलना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा. लाभार्थियों के साथ दूकानदार अरेरावी की भाषा इस्तेमाल करते हैं. इसी कारण से अनेक लाभार्थी वंचित रह रहे हैं. अनेक बार ऑफलाईन पध्दति से अनाज दिया जाता है. शासकीय अधिकारियों के साथ मिलकर सामान्य जनता की दिशाभूल की जाती है आदि के कारण भीम आर्मी व्दारा इस बारे में कडी जांच कर दोषी दूकानदार,दोषी शासकीय अधिकारियों पर कार्यवाही करने की मांग की गई है अन्यथा आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है.
निवेदन देने वालों में महाराष्ट्र मुख्य महासचिव व विदर्भ प्रभारी मनीष साठे, जिलाध्यक्ष प्रवीण बनसोड, उपाध्यक्ष प्रवीण वाकोडे,दुर्गेश डोईफोडे, नवनीत तंतरपडे, प्रवीण खंडारे, योगेश सूर्यवंशी, सिध्दार्थ गवर्ई, अजय शिरसाठ, निलेश जाधव, करण डेडवाल, अर्जुन इंगोले, कुशाल तायडे, खंडूभाऊ उर्फ सुशील वानखडे, अतुल चवरे, अक्षय पांडे, अक्षय काले, आकाश साबले, उमेश थोरात, सुरेश तायडे, गजानन गवली, आनंद थोरात आदि का समावेश रहा.

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