अमरावती / प्रतिनिधि दि.11 – आने वाले खरीफ मौसम में रासायनिक खादो की किमतों में पुन: वृद्धी हुई है. जिसमें खादो की किमतों में 200 से 250 रुपए तक वृद्धी हुई है. पिछले साल भी खरीफ के मौसम में खाद की कीमतों में वृद्धी होने के चलते खेतों में फसलों के उत्पन्न पर होने वाला खर्चा भी महंगा हुआ था. उस तुलना में इस बार शासन द्बारा समर्थन मूल्य घोषित किया जाए ऐसी मांग किसानो द्बारा की जा रही है. अभी खरीफ मौसम में काफी समय है फिर भी बढती किमतों को देखकर किसानों में चिंता व्याप्त है.
खादो की सबसीडी किसानों के खातों में जमा की जाएगी. ऐसी घोषणा केंद्र सरकार द्बारा की गई थी. किंतु किसानों के खातों में सबसीडी जमा ही नहीं की गई. खादों की किमतों में दिनों दिन वृद्धी हो रही है. बीजो की किमतों को लेकर प्रशासन बात करने को तैयार नहीं है. बीज केे दामों में भी कुछ प्रमाण में वृद्धी होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. डीजल की किमतें बढी अब खेती में मशागत का खर्च भी बढने वाला है.
खेतो के बहुत से काम अब ट्रैक्टर के माध्यम से किए जा रहे है जिससे खर्च बढ रहा है. कृषि माल के दाम बढाए नहीं जा रहे है ऐसे में किसान खेती करे तो कैसे ऐसा प्रश्न निर्माण हो रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में अनेको बार कंपनिया खाद किसानों तक नहीं पहुंचा पाती. जिसकी वजह से किसानो का ट्रांस्पोर्टिंग खर्च भी बढ गया है. स्थानीय दुकानदारों से किसानों को बढे हुए दामो में खाद लेनी पड रही है. केवल रासायनिक खाद ही नहीं बल्कि गोबर की खादों में भी बेताहाशा वृद्धी हुई है जिससे किसानो की परेशानी बढ रही है.