अमरावतीमहाराष्ट्र

उदियाचल सूर्य को अर्ध्य देकर छठ पर्व का समापन

छत्री तालाब पर पूजा अर्चना कर की आराधना

अमरावती/दि. 8-स्थानीय छत्री तालाब पर कल अस्ताचल के सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही दो दिवसीय छठ पर्व का प्रारंभ हुआ. जिसमें आज सुबह दूसरे दिन उदयाचल सूर्य को अर्ध्य देकर विधिवत हवन, पूजन किया गया और आरती के पश्चात प्रसाद का वितरण कर छठ पर्व का समापन किया गया.
छठ पर्व को लेकर दिनेश सिंह ने बताया कि छठ पर्व में सांध्य अर्ध्य का महत्व अधिक होता है. इसमें व्रती स्वयं अपने हाथ से पूजा सामग्री अर्थात ठेकुआ तैयार करते हैं. ठेकुए के साथ अनेक फल बांस की टोकरी में लेकर नदी- तालाब या किसी जलाशय में खडे होकर सूर्य की आराधना करते हैं. उसी प्राचीन परंपरा का पालन समाज के लोगों द्बारा किया जा रहा है. इस दौरान व्रती के परिजन तथा अन्य लोग छठ घाट यानी जलाशय के पास जाते है और उसी जलाशय में जाकर स्नान करते हैं. छठ मैया की पूजा करने के बाद सूर्य की उपासना की जाती है और सूर्य को अर्ध्य दिया जाता है.
पहले दिन गुरूवार को विधिवत भगवान सूर्य की पूजा आराधना की गई. दूसरे दिन आज उदियांचल सूर्य की उपासना कर अर्ध्य दिया गया और पूजा अर्चना कर छठ पर्व का समापन किया गया. इस अवसर पर आयोजक दिनेश सिंह के साथ अभिनंदन पेंढारी, संतोष गहरवाल, प्रवीण डहाके, जयप्रकाश अग्रवाल, शंकर बत्रा, लीलाधन मोर, प्रमोद अग्रवाल, हरिया प्रसाद वर्मा, अभिषेक सिंह, प्रफुल्ल गडलिंग, संजय थोरात, दीपक धामोरीकर, धनंजय पाण्डेय विलास पांडे, कुंदन पाण्डेय, सूरज पांण्डेय, राघव पाण्डेय, अंक पाण्डेय, अंजना सिंह, मोनू गोलकशे, नीतू पाण्डेय, निर्मला वर्मा, नंदिनीकुमार, नीतू पाण्डेय, सपना पाण्डेय, अपर्णा पाण्डेय, अंजली पाण्डेय, छेदी मस्करा, शारदा बत्रा, द्रोण बत्रा आदि उपस्थित थे.

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