हव्याप्र मंडल में देशभक्ति से प्रज्वलित हुआ छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती समारोह
ढोल-ताशों की ध्वनि के साथ जुलूस, पारंपरिक खेलों का प्रदर्शन

* युवा स्वयंस्फूर्ति से हुए शामिल
अमरावती /दि.18– शिवा चला गया, लेकीन उसकी सोच आज भी जिंदा है. मौत के घुंघरू पेहन के नाचते हम औरंग, हमारी मौत मराठो के हर घर में एक नया शिवा, एक नया संभा पैदा करेगा. लेकिन तू जब मरेगा तो मुघल सल्तनत खत्म होगी. ये दृश्य और वाक्य था छावा सिनेमा का छत्रपति संभाजी महाराज का चरित्र हर व्यक्ति के तन-मन को राष्ट्रभक्ति की ऊर्जा दे रहा है. इसी दरम्यान छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती जनमानस की राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कर रहा है. नीले आसमान में लहराता भगवा झंडा, ढोल-नगाड़ों के बीच पारंपरिक वेशभूषा में लेजिम पर नृत्य करते विद्यार्थी और छत्रपति शिवाजी महाराज के जयकारों ने सभी को देशभक्ति से भर दिया.
श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन के छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती समारोह का यह अवसर था. श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल में सोमवार 17 मार्च को छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती (तिथि के अनुसार) समारोह का आयोजन किया गया. शिव जयंती समारोह शाम 4 बजे मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य साहब की मुख्य उपस्थिति में प्रारम्भ हुआ. पारंपरिक वेशभूषा में सजे विद्यार्थियों और ढोल पथक ने जुलूस में नया उत्साह भर दिया. मंडल के प्रथमदर्शी मैदान स्थित शिव तीर्थ में पूजा समारोह में उपस्थित लोगों में उत्साह का संचार हुआ. वरिष्ठ पत्रकार माधव पांडे, मंडल के उपाध्यक्ष डॉ. जयंत पंढरीकर के प्रमुख उपस्थिति मे कार्यकारी अध्यक्ष एड. प्रशांत देशपांडे, उपाध्यक्ष डॉ. श्रीकांत चेंडके, सचिव प्रा. डॉ. माधुरीताई चेंडके, कोषाध्यक्ष और प्राचार्य, डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन के डॉ. श्रीनिवास देशपांडे, जयंती समारोह के मुख्य समन्वयक डॉ. विजय पांडे, मयूर दलाल एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. शाम 7.30 बजे गणमान्य व्यक्तियों द्वारा शिव पूजन एवं आरती की गई. जयंती समारोह में मंडल के सभी संकायों के पदाधिकारी, शिक्षक, प्रशिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए. शिवम सोनवणे, निवेदित भडांगे, आशिष आठोते, सुजित आकोटकर, निखिल सखे, प्रथमेश दलाल, लवकेश जैन, हर्षद बाबुलकर, दीप कासार, आयुष ठाकरे, केशव तिराम, शुभम हलमारे सहित और कई अन्य विद्यार्थियों का सहकार्य से शिव जयंती महोत्सव सफल हुआ.
* शिवचरित्र आत्मसात करें : माधव पांडे
छत्रपति शिवाजी महाराज ने 700 वर्षों की मुगलों की गुलामी को तोड़कर 50 वर्षों के परिश्रम से जनता का स्वराज्य स्थापित किया और देवभूमि को हिंदवी स्वराज्य का गौरव प्रदान किया. शिवाजी महाराज का व्यक्तित्व उनके पराक्रम, साहस, वीरता, युद्ध कौशल, किसानों के प्रति सम्मान, महिलाओं के प्रति आदर और न्याय के कारण आज अमर हो गया है. जाति-पाति की दीवारें तोड़कर और समानता के साथ स्वराज्य को साकार करके छत्रपतियों ने एक नए आदर्श समाज का निर्माण किया है. इसलिए सैकड़ों वर्षों के बाद भी शिवाजी महाराज हम सभी की अटूट प्रेरणा और इस देश के देवता बन गए हैं. हर साल हम छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाते हैं. जयंती महोत्सव युवाओं के लिए एक उत्सव है, लेकिन ये उत्सव केवल जयंती मनाने तक ही सीमित नहीं, बल्कि शिवाजी महाराज के विचारों, दृष्टि, और समर्पण तथा उनके चरित्र को आत्मसात करने का भी उत्सव है. केवल शिक्षा से ही नौकरियों का बड़ा पैकेज, अपना मकान, कार और अन्य सब कुछ पाने का विचार देश और समाज के लिए खतरनाक है. इसलिए वरिष्ठ पत्रकार माधव पांडे ने लोगों से आज के जयंती समारोह के माध्यम से शिवाजी महाराज के चरित्र को आत्मसात करने और एक आदर्श व्यक्तित्व बनने की अपील की.
* श्री हव्याप्र मंडल छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों पर
यदि देश और समाज को मजबूत बनाना है, तो युवा पीढ़ी को सशक्त बनाना होगा. इसलिए श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल अपनी स्थापना से ही युवा पीढ़ी के बीच छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों का प्रचार कर रहा है. खेल-कूद और प्रशिक्षण से जहां मन और शरीर स्वस्थ होता है, वहीं आदर्श विचारों से व्यक्तित्व का निर्माण होता है. इसलिए, मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य ने विचार व्यक्त किया कि, महापुरुषों की जयंती समारोह एक व्यक्तित्व निर्माण करने का अनुष्ठान है. मंडल के उपाध्यक्ष डॉ. श्रीकांत चेंडके ने कहा कि, जयंती समारोह में युवाओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी प्रेरणादायी है. मंडल की सचिव प्रो. डॉ. माधुरीताई चेंडके ने कहा कि, छात्राए की भागीदारी, मैदान में उनके प्रदर्शन, मर्दानी खेलों और सांस्कृतिक नृत्यों के कारण यह महोत्सव ऊर्जावान रहा. आज का जयंती समारोह इस बात को प्रमाणित करता है की, शैक्षणिक जीवन में आदर्श मूल्यों की खोज छात्रों के व्यक्तित्व को आकार देती है. ऐसा विश्वास डीसीपीई के प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास देशपांडे के व्यक्त किया. आज श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल अपने आदर्शवादी विचारों के लिए विश्व प्रसिद्ध है. छात्र सकारात्मक सोच के साथ इन आदर्शों को विरासत में प्राप्त कर रहे हैं. ऐसा विश्वास मंडल के उपाध्यक्ष डॉ. जयंत पंढरीकर ने व्यक्त किया. शिव जयंती समारोह के मुख्य समन्वयक डॉ. विजय पांडे ने अपने परिचय के माध्यम से मंडल के कार्य, लक्ष्य, और उद्देश्यों को समझाया.
* बाल शिवा का आकर्षण और पारंपरिक खेल
छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर पारंपरिक भारतीय खेलों का प्रदर्शन किया गया. समारोह का मुख्य आकर्षण बाल शिव गुरुवर्या नीलेश कडू की उपस्थिति से. इस बालक शिव ने जुलूस के साथ शिव पूजा के दौरान छत्रपति की स्तुति गाकर समारोह में एक नई चेतना पैदा की. शिवाजी महाराज पूजन के बाद शिवतीर्थ मैदान में पारंपरिक खेल, व्यायाम और पारंपरिक नृत्य का प्रदर्शन किया गया. इसमें लाठी काठी, दांडपट्टा, जलती बनेठी, रोप और पोल मलखम्ब, शिवाजी महाराज पर नाटक और पारंपरिक नृत्य जैसे विभिन्न कार्यक्रम बड़े उत्साह के साथ आयोजित किए गए.