छत्रपति शिवाजी महाराज की विचाराधारा पाठ्यक्रम होगा शुुरु
संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के विद्या परिषद की मान्यता

अमरावती प्रतिनिधि/दि.15 – संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ की ओर से छत्रपति शिवाजी महाराज की विचारधारा व प्रबंधन इस विषय पर दो वर्षों का पाठ्यक्रम शुरु करने की अनुमति विद्या परिषद ने दी है. आजीवन अध्ययन व विस्तार विभाग अंतर्गत यह पाठ्यक्रम शुरु होगा.
बता दें कि शिवसेना उपशहर प्रमुख की ओर से विद्यापीठ को एक निवेदन देकर छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारधारा को लेकर एक पाठ्यक्रम शुरु कराने की मांग की गई थी. जिसके बाद इस संदर्भ में पूरी तरह से परामर्श करने के लिए अधिष्ठता मंडल के पास पत्र भेजा गया. पाठ्यक्रम की व्यवहारता जांचने के लिए मानव विज्ञान विद्या शाखा के अधिष्ठाता डॉ.अविनाश मोहरील की अध्यक्षता में डॉ.यू.आर.जाने, डॉ.संतोष बनसोड, डॉ.जी.एल.गुल्हाने व विकास विभाग के उपकुलसचिव मंगेश वरखेडे की समिति अधिष्ठात मंडल ने गठीत की थी. इस समिति ने गहराई से विचार मंथन कर इस विषय को दो वर्षों का स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम अथवा अल्पकालीन पाठ्यक्रम, एच्छिक विषय पदवी अथवा पदव्यूत्तर स्तर पर शुरु करने के योग्य है. इसके अलावा पाठ्यक्रम के मूल्य, रोजगारों का हिस्सा, करियर के मौके जैसे समिति की शिफारिशों मो मान्य कर विद्या परिषद के पास भेजा गया. अधिष्ठाता मंडल की शिफारिश के अनुसार विद्या परिषद में नए पाठ्यक्रम शुरु करने के लिए मान्यता प्रदान की है.