अमरावती

मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे बच्चू कडू से तत्काल इस्तिफा मांगे

बार-बार दोषी पाये जाने पर भी राज्यमंत्री बने रहना जनतंत्र का अपमान है

* अदालत के फैसले के बाद भी जनता से माफी मांगने की जगह गुमराह कर रहे है
* डॉ.अनिल बोंडे व गोपाल तिरमारे ने लगाया स्पष्ट आरोप
अमरावती/ दि.12– प्रत्याशी आवेदन के साथ शपथपत्र में मुंबई की प्रापर्टी छिपाने के मामले में चांदूर बाजार की अदालत ने राज्यमंत्री बच्चू कडू को दोषी करार देते हुए 2 माह की सजा सुनाई है. ऐसे में जनता से माफी मांगने की जगह लोगों को गुमराह किया जा रहा है.बार बार दोषी रहने के बाद भी राज्यमंत्री पद पर बने रहना जनतंत्र का अपमान है. इसलिए मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे तत्काल बच्चू कडू से इस्तिफा मांगे, ऐसी मांग आज आयोजित पत्रकार परिषद में चांदूर बाजार के पार्षद गोपाल तिरमारे, पूर्व कृषिमंत्री डॉ.अनिल बोंडे, भाजपा जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी व उपस्थित पदाधिकारियों व्दारा की गई.
पत्रकार परिषद में स्पष्ट आरोप लगाते हुए गोपाल तिरमारे ने बताया कि, मुंबई की प्रापर्टी छिपाने के मामले में गोपाल तिरमारे ने आसेगांव पुलिस थाने में शिकायत दी थी. इस मामले की सुनवाई लेकर चांदूर बाजार के प्रथम श्रेणी न्यायदंडाधिकारी न्यायालय क्रमांक 1 के न्यायमूर्ति बच्चू कडू को दोषी करार देते हुए 2 माह कारावास और 25 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है. उन्होंने बताया कि, जिस समय आसेगांव पुलिस थाने में अपराध दर्ज किया गया, उस समय भी बच्चू कडू ने मीडिया के समक्ष प्रतिक्रिया देते हुए प्रापर्टी छिपाई नहीं, इसलिए सभी आरोपों को नकार दिया. कल भी उन्होंने मीडिया के समक्ष प्रतिक्रिया देते हुए शपथपत्र में कर्ज लेने की बात दर्ज की. उनके खिलाफ विरोधियों ने षडयंत्र रचा, ऐसा बताया. जबकि उन्होेंने शपथपत्र में जानबुझकर कर्ज की रकम इसलिए दर्शायी है कि, उनके उपर बहुत कर्ज है. पापर्टी इसलिए छिपाई की उनके पास प्रापर्टी कम है. याने उनके पास प्रापर्टी कम और कर्ज अधिक है, यह जानबुझकर अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र की जनता को दिखाकर झूठी सहानुभूति पाकर चुनाव जीता था. आज भी बच्चू कडू मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए अदालत के फैसले के बाद भी महाराष्ट्र की जनता से माफी मांगने की बजाय गुमराह कर रहे है.
उन्होंने कहा कि अदालत ने सुनाये फैसले से सिध्द होता है कि कर्मयोगी गाडगे बाबा का नाम लेकर जनता के मसिहा कहलवाने वाले व चुनाव में लोगों से 1-1 रुपए जमा कर चुनाव जीतने और चुनकर आने के बाद प्रापर्टी जमा करने और वह जमा की गई प्रापर्टी चुनाव में छिपाकर कर्ज अधिक व प्रापर्टी कम ऐसी झूठी सहानुभूति लोगों से पाकर जनता से गुमराह व धोखाधडी कर फिर से चुनाव जीतना, अब यह सही चेहरा जनता के सामने आया है. इसलिए महाराष्ट्र के जिम्मेदार राज्यमंत्री के रुप में महाराष्ट्र की जनता से खुले तौर पर माफी मांगे.
उन्होंने बताया कि, इससे पहले अचलपुर अदालत ने 6 माह कैद व 1 हजार रुपए जुर्माना के अलावा 1 माह कैद व 200 रुपए जुर्माना ऐसी सजा सुनाई है. कल फिर चुनाव के समय झूठा शपथपत्र प्रस्तुत करने के अपराध में सजा सुनाई गई. महाराष्ट्र राज्य शासन में एक जिम्मेदार राज्यमंत्री को अदालत बार बार दोषी करार देकर कारावास की सजा सुनाना और उसके बाद भी वे राज्यमंत्री के रुप में शासन में रहते है, यह जनतंत्र का अपमान ही कहना पडेगा. इसलिए राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे बच्चू कडू से इस्तिफा तत्काल मांगे, ऐसी मांग भी पत्रकार वार्ता में की गई.

Related Articles

Back to top button