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विधायक राजकुमार पटेल की चेतावनी
चिखलदरा प्रतिनिधि/दि.13 – विगत तीन सालों से चिखलदरा-परतवाडा रास्ते की स्थिति बदहाल हो चुकी है. बावजूद इसके लोकनिर्माण विभाग द्बारा इस रास्ते की अनदेखी की जा रही है. वन विभाग और टायगर प्रोजेक्ट की अनुमति मेें हुई देरी के कारण नागरिको ने भी तीव्र आपत्ति जताई है नागरिको द्बारा जताई गई आपत्ति पर गंभीरता दर्शाते हुए मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल ने इस रास्ते के निर्माण को लेकर अथक प्रयास किए थे.
विधायक पटेल द्बारा किए गये प्रयासों के पश्चात इस मार्ग के निर्माण की अनुमति तो मिल गई. किंतु काफी समय बीतने के पश्चात लोकनिर्माण विभाग की निष्क्रियता के चलते अभी तक काम शुरू नहीं हो सका है. जिसमें तुरंत इस रास्ते का निर्माण कार्य शुरू किया जाए, अन्यथा तीव्र आंदोलन किया जायेगा. ऐसी चेतावनी मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल ने संबंधित विभाग को दी है.
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27 से शुरू होगा रास्ते को लेकर आंदोलन
इस रास्ते के निर्माण कार्य को लेकर 27 जनवरी से आंदोलन किया जायेगा.ऐसी चेतावनी क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल ने प्रशासन को लिखित निवेदन द्बारा दी है. निवेदन मे 8 दिनों के भीतर काम शुरू करने के निर्देश विधायक पटेल द्बारा दिए गये. अन्यथा 27 जनवरी से तीव्र आंदोलन किया जायेगा. इस आंदोलन में यहां के सभी राजनीतिक दल एवं व्यापारी तथा नागरिको का सहभाग होगा.
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पर्यटन व्यवसाय को हो रहा नुकसान
पहले ही कोरोना संक्रमण के चलते चिखलदरा पर्यटन नगरी के पर्यटन व्यवसायियों का काफी नुकसान हुआ था. पर्यटन उद्योग की कमर ही टूट गई थी. कोरोना पार्श्व भूमि पर लगाये गये लॉकडाउन के चलते पर्यटक यहा नहीं पहुंचते. अब पर्यटक यहां पर आना चाहते है. किंतु परतवाडा से चिखलदरा मार्ग की दुर्दशा को देखकर पर्यटक यहा पर आना पसंद नहीं कर रहे है. इस रास्ते के निर्माण कार्य को पहले वन विभाग व टायगर प्रोजेक्ट की ओर से अनुमति नहीं दी गई थी. किंतु अब विधायक पटेल द्बारा लगातार किए गये प्रयासों से एनओसी मिल चुकी है. किंतु एनओसी को एक लंबा समय मिल जाने के पश्चात भी रास्ते का निर्माण कार्य नहीं शुरू किया गया. जिससे पर्यटक उद्योगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड रहा है.