चिखलदरा स्कॉय वॉक के काम को जल्द मिलेगी गती
पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे के प्रयास रहे सफल
* जिलाधीश कार्यालय से वन विभाग को निर्देश जारी
अमरावती/दि.4- विदर्भ क्षेत्र के एकमात्र हिलस्टेशन चिखलदरा में दुनिया का तीसरा व भारत सहित एशिया का पहला स्कॉय वॉक साकार करने की योजना वर्ष 2019 से पहले तत्कालीन फडणवीस सरकार व्दारा बनायी गई थी. जिसके तहत सिडको के विकास प्रारुप में पर्यटकों को आकर्षित करने की दृष्टि से स्कॉय वॉक के साथ ही केबल कार जैसे दो नाविण्यपूर्ण प्रकल्प शामिल किए गए थे. जिसे लेकर केंद्रिय वन व पर्यावरण मंत्रालय की ओर से प्राथमिक नाहरकरत प्रमाण पत्र भी प्राप्त हो गया हैं. लेेकिन व्याघ्र प्रकल्प के स्थानीय प्रशासकीय असहयोग की वजह से यह काम अब तक प्रलंबित पडा हैं. इस आशय का पत्र पूर्व जिला पालकमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल ने राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सौंपा था. जिसके बाद डेप्युटी सीएम कार्यालय से इसे लेकर स्थानीय जिला प्रशासन से पूछताछ की गई. जिसके चलते जिला प्रशासन ने तुरंत ही अपर वन मुख्य संरक्षक व मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के क्षेत्रिय संचालक तथा सिडको स्कॉय वॉक के प्रकल्प संचालक के नाम पत्र जारी करते हुए इस बारे में आवश्यक जानकारी प्रस्तुत करने को कहा.
पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटिल व्दारा दिए गए पत्र के बाद डेप्युटी सीएम कार्यालय एवं जिलाधीश कार्यालय की ओर से तुरंत ही इस संदर्भ में आवश्यक दिशानिर्देश वाले पत्र जारी कर और इस बारे में संबंधितों से पूछताछ भी करने शुरु की गई हैं. ऐसे में पूरी उम्मीद है कि, इस प्रकल्प के लिए और व्याघ्र प्रकल्प स्थानीय प्रशासन व्दारा सयोगात्मक रुप अपनाते हुए नाहरकत प्रमाण पत्र देने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी. जिसके बाद चिखलदरा स्कॉय वॉक का काम रफ्तार पकडेगा.
सावरखेड के ऐतिहासिक व पुरातन वाडे का हो जतन
इसके साथ ही विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटिल ने भातकुली तहसील अंतर्गत सावरखेड स्थित ऐतिहासिक व पुरातन वाडे का संरक्षण करने को लेकर भी उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा हैं. जिसमें कहा गया है कि अमरावती जिले में इस समय निम्न पेढी प्रकल्प का काम चल रहा है और सावरखेड में बांध क्षेत्र से बाहर एक पुराना व ऐतिहासिक वाडा हैं. विदर्भ क्षेत्र में दर्शनीय व मजबूत निर्माण के साथ ही महत्वपूर्ण रहने वाले पुराने वाडों में इस वाडे का भी समावेश होता हैं. लेकिन जल संपदा विभाग की जीद के चलते अब इस वाडे के नष्ट होेने का खतरा पैदा हो गया हैं. ऐसे में इस वाडे का संवर्धन करने को लेकर आदेश जारी किया गया हैं. इस पत्र का संदर्भ लेते हुए भी जिलाधीश कार्यालय में प्रकल्प निर्माण विभाग क्रमांक 1 के अधीक्षक अभियंता को पत्र भेजते हुए इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई करने और की गई कार्रवाई की अनुपालन रिपोर्ट डेप्युटी सीएम कार्यालय सहित जिलाधीश कार्यालय को भेजने का निर्देश दिया हैं.