अमरावती

कोविड काल में बच्चे हुए ‘मोटुराम’

पूरा समय घर में रहने का परिणाम

  • मैदानी खेलों से दूर, मोबाईल पर व्यस्त है बच्चे

अमरावती/दि.5 – कोविड संक्रमण के चलते विगत डेढ वर्ष से सभी शालाएं बंद है और बच्चे पूरा समय अपने घर पर रहने को मजबूर है. इस दौरान मैदानी खेलों की बजाय मोबाईल और कंप्यूटर पर उनका पूरा समय गुजर रहा है. साथ ही टीवी के सामने बैठकर खाने और दिनभर आते-जाते कुछ न कुछ खाते रहने की वजह से बच्चों में अब मोटापा घर करने लगा है. जिसकी वजह से वे कई बीमारियों की चपेट में आ रहे है.
ज्ञात रहे कि, अमरावती शहर सहित जिले में विगत वर्ष मार्च माह से कोविड संक्रमण का कहर जारी है और पिछले 14 माह से सभी स्कुल व महाविद्यालय बंद है. इस दौरान सभी बच्चे अपने घर पर रहकर ऑनलाईन पढाई कर रहे है. इसके साथ-साथ बच्चे अब लैपटॉप व कंप्यूटर पर विविध गेम खेलने में भी मगन होते दिखाई दे रहे है. साथ ही टीवी और कंप्यूटर के सामने बैठकर ही भोजन करते है और उनका इस बात की ओर बिल्कुल ध्यान नहीं होता कि, वे कितना खा रहे है और क्या खा रहे है. जिसकी वजह से अब धीरे-धीरे उनमें पेट संबंधी शिकायतें बढने लगी है. बता दें कि, टीवी देखते समय भोजन करने से मेटाबॉलीक प्रक्रिया काफी धीरे होती है. जिसकी वजह से कमर के आसपास अनावश्यक चरबी का निर्माण होता है. इन दिनों यह समस्या छोटे बच्चों में काफी अधिक दिखाई दे रही है. साथ ही चूंकि इन दिनोें बच्चे मैदानी खेल खेलते हुए पसीना नहीं बहा रहे, इस वजह से भी वे धीरे-धीरे ‘मोटुराम’ बनते जा रहे है.

वजन बढने का कारण

– बच्चे टीवी के सामने बैठकर भोजन करते है. इस समय टीवी पर चल रहे कार्टून, फिल्म, संगीत तथा प्रसंगों में वे इतने अधिक खो जाते है कि, वे क्या खा रहे है और कितना खा रहे है, इसका उन्हें भान ही नहीं रहता.
– मैदानी खेल से लगातार दूर रहने के साथ ही एक ही जगह पर बैठकर मोबाईल व कंप्यूटर पर गेम खलते रहने की वजह से भी बच्चों का वजन बढ रहा है.
– वजन बढने के लिए जंक फूड का अतिसेवन, व्यायाम का अभाव तथा बदली हुई जीवनशैली भी एक मुख्य वजह है.
– टीवी के सामने बैठकर भोजन करने से मेटाबॉलिक प्रक्रिया काफी धीमी हो जाती है. जिसके चलते कमर के आसपास अनावश्यक चरबी का निर्माण होता है.

वजन घटाने ये उपाय जरूरी

– टीवी के सामने बैठकर भोजन करना टाले.
– जंक फूड का अतिसेवन टाले.
– नियमित तौर पर आधे से पौन घंटा व्यायाम करे.
– स्नीग्ध पदार्थों का अतिसेवन टाले.
– नियमित तौर पर पोषक व पौष्टिक आहार का सेवन करे.
– मैदानी खेलों में नियमित तौर पर हिस्सा ले.

क्या है बालरोग विशेषज्ञों की राय

– चूंकि छोटे बच्चे भोजन करने में आनाकानी करते है. ऐसे में अभिभावकों द्वारा उन्हें टीवी के सामने बिठाकर उन्हें भोजन कराया जाता है. यह भोजन करते समय उनके हाथ में मोबाईल पकडा दिया जाता है. ऐसे में बच्चों का ध्यान टीवी और मोबाईल स्क्रीन की ओर अधिक रहता है और वे ज्यादा खा लेते है. जिसका सीधा परिणाम उनकी पाचन क्रिया पर पडता है और मेटाबॉलिक प्रक्रिया भी धीरे होने की वजह से उनके कमर के आसपास अनावश्यक चरबी पैदा होनी शुरू होती है. जिसकी वजह से उनमें मोटापे की समस्या दिखाई देती है और इस मोटापे की वजह से कई तरह की बीमारियां पैदा होती है.
– डॉ. हेमंत मुरके

– टीवी के सामने बैठकर भोजन करने से स्वास्थ्य पर विपरित परिणाम पडता है. क्योंकि खाने पर ध्यान रहने की बजाय पूरा ध्यान टीवी की ओर रहता है. ऐसे में भूख से ज्यादा भोजन कर लिया जाता है. जिसकी वजह से स्वास्थ्य पर विपरित परिणाम पडते है. वहीं इन दिनों बच्चे पूरा समय मोबाईल पर लगे रहते है और मैदानी खेलों से उनका नाता पूरी तरह टूट गया है. इसकी वजह से भी उनके मोटापे की समस्या देखी जा रही है.
– डॉ. निलेश मोरे
बालरोग विशेषज्ञ

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