संक्रामक बीमारियों से धामणगांव रेल्वे में बच्चे त्रस्त
15 वर्ष के बालकों के साथ बड़े भी परेशान
धामणगांव रेल्वे-/दि.11 मामूली बुखार, हाथ-पैर में फुंसियां, मुंह में अल्सर आदि संसर्ग के कारण 15 वर्ष की आयु के भीतर रहने वाले बच्चे परेशान हो गये हैं.
छोटे बच्चों के हाथ-पैर और मुंह पर होने वाले संसर्ग का प्रमाण शहर में बढ़ गया है. इसका स्वरुप भी हर वर्ष बदलता दिखाई देता है. आमतौर पर बरसात में होने वाली यह बीमारी पहले पांच वर्ष की आयु के बच्चों में दिखाई देती थी. लेकिन इस वर्ष 15 वर्ष के बच्चों को भी यह बीमारी होती रहने की बात बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा कही गई है. बरसात में जिस तरह संसर्ग की बाधाओं का सर्दी, खांसी और बुखार आता है. उसी तरह यह संसर्ग भी बरसात में ही फैलता है. पिछले 6-7 साल से यह संसर्ग हर बारिश के मौसम में बच्चों में होता दिखाई देता है. लेकिन इस बार सितंबर के आखिर और अक्तूबर माह की शुरुआत में इस बीमारी के मरीजों में वृद्धि हुई है. अभी तक इस बीमारी की चपेट में आये बच्चों के कोहनी, हथेली अथवा गुर्दे पर फुंसी आना और मुंह में अल्सर होता था. लेकिन अब इस बीमारी का स्वरुप बदलता जा रहा है. अब कुछ बच्चों के मुंह पर अल्सर बड़ी मात्रा में दिखाई देता है, लेकिन त्वचा पर कोई भी फुंसी दिखाई नहीं देती. कुछ मरीजों के शरीर पर फुंसियां रहती है. लेकिन मुंह में अल्सर नहीं रहता. साधारणतः 8 से 10 दिनों में यह संसर्ग काफी होता है. लेकिन इसी तरह इस बीमारी का स्वरुप बदलता रहा तो कुछ वर्षों में इसके गंभीर परिणाम होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
कोई भयभीत न हो
हाथ, पैर और मुंह पर फुंसी आना, मुंह में अल्सर होना और बुखार आना आदि बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं लेकिन भयभीत होने का कोई कारण नहीं है. लम्पी से इसका कोई संबंध नहीं है. 8 से 10 दिनों में यह बीमारी ठीक हो जाती है. केवल वैद्यकीय उपचार लेना आवश्यक है.
– डॉ. मनीष असुरकर, बालरोग तज्ञ, धामणगांव रेल्वे