पदवी व पदव्युत्तर पाठ्यक्रमों में चॉईस बेस्ड क्रेडिट सिस्टीम लागू
विद्या परिषद का महत्वपूर्ण निर्णय
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विद्यार्थियों का होगा सर्वांगीण विकास
अमरावती प्रतिनिधि/दि.८ – स्थानीय संत गाडगेबाबा अमरावती विश्वविद्यालय में हाल ही में संपन्न हुई विद्या परिषद में विद्यापीठ अनुदान आयोग की गाईडलाईन तथा राष्ट्रीय शैक्षणिक निती के अनुसार विद्यापीठ पदवी एवं पदव्युत्तर पाठ्यक्रमों में चॉईस बेस क्रेडिट सिस्टीम लागू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है.
हाल ही में कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर की अध्यक्षता में विद्या परिषद की बैठक संपन्न हुई. जिसमें प्र-कुलगुरू डॉ. राजेश जयपूरकर, कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख सहित सभी सम्माननीय सदस्यों ने ऑनलाईन उपस्थिति दर्शायी. विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो और उन्हें रोजगार व स्वयंरोजगार के अनेकोें अवसर उपलब्ध रहने के साथ ही प्रशिक्षण भी प्राप्त हो, इस बात के मद्देनजर कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर ने पदवी व पदव्युत्तर पाठ्यक्रमों में चॉईस बेस क्रेडिट सिस्टीम लागू करने के संदर्भ में कदम आगे बढाया. जिसके लिए प्र-कुलगुरू डॉ. राजेश जयपुरकर की अध्यक्षता में समिती, अभ्यास मंडल व उपसमिती ने यूजीसी द्वारा प्रस्तावित किये गये निर्देशों के अनुसार यह स्किम बनायी. जिसमें विषय के मूल अभ्यासक्रम के साथ ही कौशल्याधिष्ठित मॉड्यूल, एबिलीटी एनहांस्मेंट कोर्सेस व ओपन इलेक्टीव कोर्सेस जैसी विभिन्न बातों का समावेश किया गया है. अब प्रत्येक विषय का विभाजन थ्योरी, एमसीक्यू व स्कील मॉड्यूल की पध्दति से किया जायेगा. प्रत्येक विषय हेतु क्रमबध्द तरीके से स्कील मॉड्यूल सिखाया जायेगा और तीन वर्ष के पदवी पाठ्यक्रम में प्रत्येक विषय के दो स्कील मॉड्यूल प्रमाणपत्र के हिसाब से पाठ्यक्रम पूरा होने पर कुल 10 प्रमाणपत्र विद्यार्थियों को महाविद्यालय द्वारा प्रदान किये जायेंगे. चॉईस बेस्ड सिस्टीम की वजह से विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को वृध्दिंगत किया जा सकेगा, ऐसा विद्या परिषद का मानना है.