अमरावती/दि.22- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अमरावती शहर जिलाध्यक्ष पद पर आज प्रशांत डवरे की नियुक्ति की गई है. जिससे संबंधित घोषणा आज खुद राकांपा प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके द्वारा एक पत्रवार्ता में की गई तथा इस पत्रवार्ता में खुद प्रशांत डवरे भी उपस्थित थे. किंतु हैरत-अंगेज बात यह है कि, इस समय प्रशांत डवरे अमरावती महानगरपालिका में कांग्रेस की ओर से पार्षद है और उन्होंने अब तक कांग्रेस पार्षद पद तथा कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है और वे अब राष्ट्रवादी कांग्रेस के शहराध्यक्ष भी है. इससे यह साफ है कि, अमरावती मनपा में पहले ही अल्पमत में रहनेवाली कांग्रेस का एक पार्षद इसी समय कम हो गया है.
राकांपा के प्रदेशाध्यक्ष संजय खोडके को गत रोज मनपा के आगामी चुनाव के मद्देनजर एक बडी जिम्मेदारी मिलने के साथ ही यह स्पष्ट हो गया था कि, अब खोडके द्वारा बडी तेजी के साथ अपने नये-पुराने समर्थकों को जोडा जायेगा और जो समर्थक किन्हीं कारणों के चलते किसी और दल में चले गये है, उन्हें वहां से तोडा जायेगा. इसी के तहत आज संजय खोडके ने अमरावती पहुंचते ही कांग्रेस को सबसे पहला झटका दिया और कांग्रेसी पार्षद प्रशांत डवरे को सीधे राष्ट्रवादी कांग्रेस के शहराध्यक्ष पद पर नियुक्त कर दिया, लेकिन अब हंगामा इस बात को लेकर मचा हुआ है कि, प्रशांत डवरे इस समय भी कांग्रेस की ओर से ही मनपा सदस्य है और उन्होंने अब तक अधिकारिक तौर पर कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा भी नहीं दिया है.
* आम हो गया है कभी इधर-कभी उधर का दौर
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत दस वर्षों के दौरान अमरावती शहर में राजनीति पूरी तरह से उलट-पुलट गई है. पहले किसी अन्य दल में रहनेवाले लोग अपनी राजनीतिक मजबुरियों के चलते कालांतर में अन्य किसी दल में चले गये. वहीं बाद में हालात बदलते ही कुछ लोग फिर इधर से उधर होने शुरू हो गये. ऐसे में इस समय निश्चित तौर पर कौन किस दल में है और हकीकत में किस दल की नुमाइंदगी कर रहा है, यह पता ही नहीं चलता. बल्कि इसे लेकर कई बार संभ्रम भी पैदा हो जाता है. विगत कुछ दिनों से भाजपा की ओर से पार्षद रहनेवाले कुछ लोेग कांग्र्रेस के मंचों पर दिखाई दे रहे है. जबकि वे अब भी भाजपा में ही है. वहीं अब कांग्रेस के पार्षद व सदस्य रहनेवाले प्रशांत डवरे बिना कोई इस्तीफा या पूर्व सुचना दिये राष्ट्रवादी कांग्रेस के शहराध्यक्ष बन गये है और कल से वे अमरावती शहर में राष्ट्रवादी कांग्रेस को मजबूत करने के काम में जुट जायेंगे. ऐसे में कहा जा सकता है कि, इस समय अमरावती शहर में राजनीतिक क्षेत्र की स्थिति बेहद गड्डमगड और गुत्थमगुत्थावाली हो गई है.