* कोतवाली पुलिस पर पहले से ही मनपा अधिकारियों को बचाने का आरोप
* तीन अभियंताओं को दुर्घटना के लिए बताया जिम्मेदार
अमरावती/ दि. 7– स्थानीय प्रभात चौक स्थित राजेंद्र लॉज की ईमारत काफी जर्जर हो जाने के कारण 30 अक्तूबर के दिन ईमारत का हिस्सा ढह गया. उस मलबे में दबकर पांच लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में करने वाले राजदीप कलेक्शन के मैनेजर रविंद्र परमार की पत्नी शिल्पी परमार ने कल मंगलवार 6 दिसंबर के दिन गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा. जिसमें इस हादसे की पारदर्शी जांच हो, इस वजह से जांच की जिम्मेदारी सीआईडी को सौंपी जाए, ऐसी मांग की.
हादसे में मरने वाले रविंद्र परमार की पत्नी ने राज्य के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखे पत्र में कहा है कि, प्रभात चौक स्थित राजेंद्र लॉज की जर्जर ईमारत के निचले हिस्से में राजदीप कलेक्शन नामक दुकान थी. उस दुकान में उनके पति रविंद्र परमार मैनेजर के पद पर कार्यरत थे. दुकान की छत अचानक ढह जाने के कारण उसके मलबे में दबकर राजेंद्र परमार के अलावा अन्य चार मजदूरों की भी मौत हो गई थी. दुर्घटना के बाद 5 नवंबर को सिटी कोतवाली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी थी. आरोपियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग की गर्ई. परंतु सिटी कोतवाली पुलिस ने दोषियों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की. यहां तक की पुलिस ने एक तरह से उनका सहयोग किया है, ऐसा भी शिल्पी परमार ने शिकायत में कहा है. उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाते हुए कहा कि, इस घटना के लिए महापालिका के उपअभियंता सुहास चव्हाण, शाखा अभियंता अजय विंचुरकर, अभियंता विनोद बोहरा पूरी तरह से जिम्मेदार है. इसके बाद भी पुलिस अब तक उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पायी. इन सभी बातों को देखते हुए इस मामले की सीआईडी से जांच कराने की मांग उन्होंने पत्र के माध्यम से गृहमंत्री से की है.