अमरावती

बढ़ती महंगाई में मिर्ची हुई तेज

60 से 70 प्रतिशत दर वृद्धि; बारिश के कारण उत्पादन घटने का परिणाम

अमरावती- /दि.10 गत वर्ष मिर्ची को अच्छे दाम मिलने से बड़े पैमाने पर उत्पादन लिया गया. परिणामस्वरुप मिर्ची के दाम कम हुए. इसके बाद बेमौसम बारिश के कारण करीबन 60 प्रतिशत तक नुकसान हुआ. लाल तीखी मिर्ची की बाजार में आवक कम हुई है. जिसके चलते मिर्ची के दाम प्रति क्विंटल 20 से 35 हजार तक पहुंचे हैं. विविध वस्तुओं की बढ़ती दर के साथ साथ महंगाई के कारण अब मिर्ची की दरवृद्धि का फटका बैठा है.
आंध्रप्रदेश में लाल मिर्ची का सर्वाधिक उत्पादन लिया जाता है. इसके बाद तेलंगना, मध्यप्रदेश का नंबर आता है. राज्य में खानदेश में मिर्ची का उत्पादन लिया जाता है. आंध्र प्रदेश में तेलंगणा राज्य में मिर्ची की उपज होती है. गत वर्ष मिर्ची को अच्छे दाम कम और उत्पादन अधिक ऐसा चित्र था. परिणामस्वरुप मिर्ची के दाम कम हुए. इसके बाद हुई बेमौसम बारिश से आंध्रप्रदेश, तेलंगना में मिर्ची का नुकसान हुआ है.गत वर्ष के नवंबर महीने से मौसम की शुरुआत हुई. नवंबर महीेने में मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, तेलंगना से दिसंबर में मिर्ची बाजार में आती है. बारिश के कारण नुकसान हुई मिर्ची की आवक कम हुई है. इसलिए मांग की तुलना में आवक कम होने से फिलहाल मिर्ची की 60 से 70 प्रतिशत दरवृद्धि हुई है. कुल मिर्ची के दाम साधारणतः 40 से 55 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक दाम पहुंचने की जानकाी मिर्ची व्यापारियों ने दी. फिलहाल मिर्ची उत्पादन में काफी निवेश करना पड़ता है.
बॉक्स
बाजार का थोक दाम
(प्रति क्विंटल)
तेजा 20000 से 24000
थर्टी फोर 23000 से 26000
सी फाईव 25000 से 27000
चपाटा 5000 से 6000
बेडगी 44000 से 50000
रेशन पट्टा 40000 से 41000

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