राख उडाने वाले वाहनों को नागरिकों ने अडाया
नांदगांव पेठ/दि.3 – रतन इंडिया ऊर्जा प्रकल्प से राख ले जाने वाले वाहनों व्दारा राख ले जाते समय उडने से महामार्ग पर जाने वाले वाहन चालकों को बेवजह परेशानी का सामना करना पडता है. इसके अलावा महामार्ग पर स्थित गांव के नागरिकों को इस राख के कारण अनेक तरह की बिमारियों का न्यौता मिल रहा है. अखबारों व्दारा इस समस्या को दूर करने के लिए आयी खबर के बाद भी प्रशासन इस ओर गंभीर रुप से ध्यान नहीं लेने के कारण गांव के नागरिकों ने ऐसे राख उडाने वाले वाहनों को रुकाकर चालकों को प्रेम से समझाने की मुहिम हाथ में ली है. विगत सप्ताह दस से बारह वाहनों को रुकाकर उन्हें पुलिस स्टेशन में ले जाकर समझा कर छोड़ दिया गया.
रतन इंडिया ऊर्जा प्रकल्प की सैकडो टन राख हर रोज महामार्ग से जाती है. डीएनए के माध्यम से इस राख के व्यवस्थापन किया जाता है. मगर नागरिकों की जान के साथ खेलने का काम डीएनए व रतन इंडिया कर रहे है. जिसके कारण राख के वाहन पर किसी प्रकार की सुरक्षा न करते हुए सिर्फ राख भर कर तेज रफ्तार से दौडते है. जिसके कारण दौड रहे वाहनों से राख चालकों के आंख में जाकर दुर्घटना जैसी घटनाएं बढ रही है. फिर भी महामार्ग को सटकर रहने वाले गांव के वरिष्ठ नागकिरों व छोटे बच्चों के आंख व नाक में राख के कण जाने से अनेक बिमारियों का डर बन रहा है.
प्रदुषण विभाग, पर्यावरण विभाग व प्रादेशिक परिवहन विभाग यह सभी अपनी आंख पर पट्टी लगाकर बैठे हुए है. जिसके कारण परिवहन करते राख के वाहन चालको की दादागिरी भी बढ गयी है. इसी वजह से महामार्ग पर राख भरे वाहन तेजी से दौडते नजर आ रहे है. विभाग इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं देने के कारण आखिरकार गांव के नागरिकों ने इस ओर ध्यान दिया और रिंगरोड, टोल नाका व महामार्ग के अनेक स्थानों पर राख उडाने वाले वाहनों पकडकर चालकों को समझाया, कई मुहजोर व हुज्जतबाजी करने वाले वाहन चालकों को पुलिस स्टेशन में ले जाकर पुलिस के माध्यम से उन्हें समझाने की कोशिश की गई. मगर उडने वाली राख पर आज तक किसी विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की, यह बात भी ध्यान देने लायक है.