अमरावती
किसानों के कल के भारत बंद आंदोलन में सभी वर्ग के नागरिक अपना सहयोग दे
केंद्र सरकार व पुंजीपुतीयों द्वारा लागू किए किसानविरोधी बिल का विरोध करें
अमरावती प्रतिनिधी ७ – पिछले कुछ सालों से देश अंबानी-अदानी जैसे उद्योगपतीयों ने केंद्र सरकार के सहयोग से देशभर के सभी क्षेत्र अपने अधिकार में लेने का एक भयानक आर्थिक षडयंत्र रचा जा रहा है. अपने आर्थिक ताकदों के बलबुते पर इन पुंजीपुतीयों ने पहले ही देश के मोबाईल नेटवर्क, एअरपोर्ट का निजीकरण, रेल्वे का निजीकरण कर इन सभी व्यवस्था पर अपना एक अधिकार कर देश को फिर से गुलामी के मार्ग पर ले जाने का षडयंत्र रचा जा रहा है.
इस षडयंत्र के तहत किसानविरोधी काला बिल लाकर देश के सभी किसानों को अपना गुलाम बनाकर किसानों द्वारा पैदा की जा रही फसल को कवडीमोल दाम में खरीदकर अपने ही देश के नागरिकों का पचास गुना से दाम बढाकर किसानों का हक छिनने का कार्य कर रहे है.
बता दे की देश का किसान हमारे अन्नदाता के साथ साथ हिंदुस्थान के रिड की हड्डी है. किसानविरोधी बिल के विरोध में पिछले दो माह से किसान बिल रद्द करने के चलते संपूर्ण देश में आंदोलन चलाया जा रहा है. परंतु केंद्र सरकार इसे गंभीरता से नही ले रही है.इसके विरोध में कल किसानों द्वारा भारत बंद का ऐलान किया गया है. इस किसानों की लढाई में शामिल होकर सहयोग देना यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है. सभी नागरिक अपना पक्षपात भुलकर इन पुंजीपती के सरकार को सबक सिखाने के लिए किसानों के आंदोलन का हिस्सा बने. साथ ही कल सुबह ९ बजे राजकमल चौक पर आयोजित आंदोलन में शामिल होकर इस आंदोलन को मजबूत करें, ऐसा आवाहन जनसभा अध्यक्ष मुन्ना राठोड ने किया है.