अमरावती

पांचाले की गजलों से मंत्रमुग्ध हुए शहरवासी

संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में शब्द सुरो की बरसात

अमरावती-/दि.29 जीवन का सार बताने वाली अत्यंत सुंदर शब्दों में सजकर आई गजलों एवं उतनी ही दमदार गायकी द्वारा गजलों को प्रस्तुत करने वाले भीमराव पांचाले की संगीत महफिल यादगार रही. शब्द सुरों की भाव यात्रा कार्यक्रम में श्रोता झुमे. शब्द सुरों की बरसात से सभी भावविभोर हो गए. राजस्व अधिकारी-कर्मियों द्वारा यह कार्यक्रम शनिवार को सांस्कृतिक भवन में आयोजित किया गया था.
अमरावती में करीबन चार वर्ष बाद पांचाले की महफिल सजी. हर शब्द, गायकी और शेरों को वन्स मोर मिल रहा था. श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करने वाले एक से बढ़कर एक मराठी गजलें इस समय प्रस्तुत की गई. सुरेश भट से लेकर वर्तमान गीतकारों की अर्थपूर्ण गजलों को भीमराव पांचाले ने शब्दबद्ध किया. संभागीय राजस्व आयुक्त डॉ. दिलीप पांढरपट्टे की गजल ने रसिकों की वाहवाही लुटी. उन्हें तबले पर वर्धा के देवेन्द्र यादव, हार्मोनियम पर अकोट के सुधाकर अंबुसकर, गिटार पर चंद्रपुर के संदीप कपूर, बासुरी पर अकोला के प्रशांत अग्निहोत्री ने साथ दिया. संचालन कवि किशोर बली, ध्वनि संयोजन नमुना स्थित रॉयल साऊंड सर्विसेस के रफीक भाई का रहा. प्रस्तावना अपर जिलाधीश नरेन्द्र फुलझेले ने रखी. संचालन व स्वागत प्रवीण येवतीकर ने किया.
इस अवसर पर यवतमाल के आरडीसी ललितकुमार वर्‍हाडे, संजय खडसे,अनिल भटकर,एएसपी शशिकांत सातव, एसडीओ डॉ. नितिन व्यवहारे,इब्राहिम चौधरी,रणजीत भोसले,नितिनकुमार हिंगोले, पुरुषोत्तम भुसारी, संतोष काकडे सहित महसूल अधिकारी, पुलिस अधिकारी, विविध विभाग प्रमुख, पत्रकार, विविध क्षेत्र के मान्यवर, गजल प्रेमी, रसिक नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे

Back to top button