शहर कांग्रेस का महागठबंधन सरकार पर किचड फेंक आंदोलन
नीट परीक्षा में पेपर लिक, किसानों का हो रहा शोषण, मानसून में हो रही पुलिस भर्ती, महंगाई, बेरोजगारी का किया निषेध
* पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख, शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पर किया गया तीव्र प्रदर्शन
अमरावती/दि. 21 – राज्य व केंद्र की सरकार किसान, गरीब, दलित, अल्पसंख्यांक, महिला व युवाओं के विरोध की है. छत्रपति शिवाजी महाराज, राजश्री शाहू महाराज, महात्मा फुले और महामानव डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के विचारो पर चलनेवाली महाराष्ट्र की प्रतिमा को कालिख पोतने का काम इस सरकार ने किया है. पिछले 10 साल से भाजपा सरकार ने राज्य के औद्योगिक विकास रोक दिए है. सरकारी नोकर भर्ती नहीं की जाती. स्पर्धा परीक्षा भी समय पर नहीं ली जाती. परीक्षा लेने पर पेपर लिक के मामले सामने आते है, किसान संकट में है लेकिन उन्हें सहायता नहीं दी जाती. प्याज, कपास, सोयाबीन सहित किसी भी कृषि माल को भाव नहीं मिलते. कठिन समय में जनता की सहायता करने की बजाए जनता का शोषण किया जाता है. साथ ही गैरव्यवहार के कारण देश के लाखो विद्यार्थियों का भविष्य सरकार ने खतरे में ला दिया है. ऐसी महाभ्रष्ट केंद्र व राज्य की महागठबंधन सरकार का निषेध करने के लिए आज शहर कांग्रेस कमिटी की तरफ से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने चिखल फेंक आंदोलन कर तीव्र प्रदर्शन किया गया.
महंगाई, बेरोजगारी, पेपर लिक, महिला सुरक्षा, बीज व खाद की कालाबाजारी, कर्ज के लिए परेशान हो रहे किसान, कीचड में जारी पुलिस भर्ती, राज्य के सरकारी रिक्त पद भरनेबाबत किया जा रहा टालमटोल, राज्य की बिगडी कानून व सुव्यवस्था, पैसेवालो के बच्चो गरीबो को वाहनों के नीचे कूचलकर मार रहे है. लडकियों की दीनदहाडे सडको पर हत्या की जा रही है. सत्तारुढ दल की तरफ से जाति-धर्म के नाम पर शांतता भंग करने के प्रयास जारी है. राज्य की जनता इन समस्याओं का सामना कर रही है. लेकिन सरकार केवल टेंडर निकालने, निधि वितरित करने, कमिशन लेने के काम में व्यस्त है. राज्य की महाभ्रष्ट और निष्क्रिय सरकार के विरोध में निषेध स्वरुप शहर कांग्रेस कमिटी की तरफ से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने सरकार की प्रतिमा पर किचड फेंको आंदोलन प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले के निर्देश पर किया गया. इस अवसर पर कांग्रेस नेता, पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के जरिए राज्य व केंद्र की भाजपा सरकार के विरोध में जोरदार नारेबाजी की गई. सरकार विरोधी नारो से परिसर गूंज उठा था.
बढती महंगाई, बेरोजगारी, बिगडी कानून व सुव्यवस्था सहित अन्य समस्याओं की तरफ से जनता का ध्यान हटाने के लिए राज्य की महागठबंधन सरकार द्वारा प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले को बदनाम करने की साजिश जारी है. कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के विरोध में जोरदार नारेबाजी करते हुए महागठबंधन सरकार के बैनर पर चिखल फेंक आंदोलन किया. यह आंदोलन पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख, अमरावती शहर कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले, मिलिंद चिमोटे, प्रदेश प्रवक्ता दिलीप एडतकर, प्रदेश उपाध्यक्ष भैया पवार, महिला कांग्रेस अध्यक्ष जयश्री वानखडे, युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष नीलेश गुहे की प्रमुख उपस्थिति में किया गया. इस अवसर पर पूर्व महापौर अशोक डोंगरे, विनोद मोदी, सचिन हिवसे, सुनील पडोले, भालचंद्र घोंगडे, भैयासाहेब निचल, सतीश मेटांगे, किशोर रायबोले, डॉ. सुजाता झाडे, वंदना थोरात, सीमा तिवारी, पूनम मेश्राम, कमरुनबी, भारती गुडधे, संध्या हटकर, वंदना सावरकर, वंदना ढाणके, विजय आठवले, मो. साबीर, प्रवीण मनोहर, डॉ. मतीन अहमद, सुनील कांडलकर, प्रा. बी.टी. अंभोरे, प्रा. देशमुख, दिलीप शेटे, विजय बर्वे, रमेश राजोटे, सुरेश इंगले, अभिजीत मेश्राम, सचिन निकम, अब्दुल अजीम ठेकेदार, शेख हुसैन बगदादी, बालू दोडे, मेराज खान, गजानन जाधव, प्रदीप अरबट, राजेंद्र देशमुख, सुरेश कनोजिया, प्रमोद मेश्राम, अहमदभाई, हमीद शद्दा, मो. निजाम, प्रमोद राऊत, अंकूश डहाके, अनिकेत ढेंगले, नितिन काले, संकेत साहू, आकाश धुराटकर, अर्पित गौरखेडे, अमेय देशमुख, सादिक शाह, प्रभाकर वालसे, गजेंद्र पाटिल, सुजल इंगले, करण अरुण जयस्वाल, विजय खंडारे, अरुण बनारसे सहित सैकडों कार्यकर्ता व पदाधिकारी इस आंदोलन में उपस्थित थे.