शहर कांग्रेस ने किया वृध्दिंगत घर टैक्स की नोटीस का विरोध
निगमायुक्त आष्टीकर को फिर सौंपा ज्ञापन
* तीव्र आंदोलन की चेतावनी भी दी
अमरावती/दि.1- स्थानीय मनपा प्रशासन ने संपत्ति कर की दरों को बढाने का निर्णय लेने के साथ ही संपत्ति धारकों को वृध्दिंगत दरोंवाला संपत्ति कर अदा करने हेतु नोटीस जारी करनी शुरू कर दी है. जिसका विरोध करते हुए अमरावती शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा मनपा के आयुक्त व प्रशासक प्रवीण आष्टीकर से मिलकर उन्हें आपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया है.
कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलु शेखावत तथा पूर्व महापौर विलास इंगोले की अगुआई में मनपा आयुक्त को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि, इससे पहले दो बार शहर कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि मंडल ने मनपा प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए इस बात का जवाब मांगा था कि, आखिर किन नियमों का आधार लेकर अमरावती महानगर पालिका द्वारा संपत्ति कर की दरों को बढाया गया है. परंतु दोनों ही पत्रों पर अमरावती मनपा द्वारा अब तक कोई जवाब नहीं दिया गया. वहीं शहरवासियों को नोटीस जारी करते हुए पहले की तुलना में डेढ गुना व दो गुना संपत्ति कर वसूल किया जा रहा है. यह सीधे तौर पर मनमानी है. जिसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. इस ज्ञापन में यह भी कहा गया कि, विगत दो वर्षों के दौरान कोरोना के चलते पहले ही लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो चुकी है और उनके आय के स्त्रोत काफी हद तक घट गये है. इसके अलावा अमरावती शहर में रहनेवाले 50 फीसद लोग ग्रामीण क्षेत्र से आकर अपने बच्चों की पढाई-लिखाई के लिए शहर में रह रहे है और पूरी तरह से खेती-किसानी पर निर्भर है. इस समय पूरे महाराष्ट्र राज्य में किसानों के क्या हाल-बेहाल है, यह सभी को पता है. ऐसी स्थिति में संपत्ति कर की दरों को बढाना पूरी तरह से गलत है.
इसके साथ ही इस ज्ञापन में यह चेतावनी भी दी गई कि, यदि राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा संपत्ति कर की दरवृध्दि को वापिस नहीं लिया जाता, तो दशहरे के बाद अमरावती शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा स्थानीय महानगरपालिका पर विशालकाय मोर्चा ले जाया जायेगा और तीव्र आंदोलन किया जायेगा.