शहर के उद्यानों की दूर्दशा
केडियानगर बगीचे का कंपाऊंड टूटा, प्रशांत नगर गार्डन में कचरे का ढेर
अमरावती-/दि.1 दस लाख लोकसंख्या वाले अमरावती शहर में करीबन 172 गार्डन होकर उन्हें महानगरपालिका द्वारा विकसित किया गया है. लेकिन मनपा स्वयं संचालित करने वाले उद्यानों सहित ठेकेदार को देखभाल दुरुस्ती दिये जाने वाले अधिकांश बगीचों की स्थिति काफी अच्छी नहीं है. शहर के 172 बगीचों में से 82 बगीचों की देखभाल दुरुस्ती मनपा स्वयं करती है. वहीं 90 उद्यान ठेके पर दिये गए हैं. इन उद्यानों में शहर के साथ ही ग्रामीण भाग के नागरिक भी बड़ी संख्या में अपने बच्चों को मनोरंजन के लिए लाते हैं.
मनपा के बगीचों में छोटे बच्चों के लिए खिलौने व ग्रीन जिम लगाये गए हैं. इनमें से अनेक बगीचों के खिलौेने का आधार कमजोर हो गए हैं. जिसके चलते वे खिलौने कब गिर पड़ेंगे,यह कहा नहीं जा सकता. वहीं ग्रीन जिम के यंत्र खराब हो गए हैं. लेकिन इस ओर दुर्लक्ष किया जा रहा है. इसके साथ ही शहर का प्रमुख उद्यान वडाली गार्डन यह गत दो वर्षों से बंद अवस्था में है. जिसके चलते यहां के खिलौनी भी बंद है. केडियानगर के बगीचे का कंपाऊंड टूट गया है. वहां एक रॉड का झूला भी गायब हुआ है. वहां के जिम का एक यंत्र भी टूटा है. केडिया नगर के बगीचे में फव्वारा लगाने के लिए गोलाकार टाके बनवाये गए, लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी यहां पर फव्वारा नहीं लगाया गया. इस टाके में बारिश का पानी जमा है. कई बच्चे उसमें झांकते है, जिसके चलते दुर्घटना की संभावना को नकारा नहीं जा सकता. इस ओर प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है. वहीं कई बगीचों में मॉर्निंग वॉक ट्रैक के बाजू में ही कचरे का ढेर जमा है, जिसके चलते बच्चों को खेलने के लिए यहां पर सुविधा का अभाव है.
शहर के बगीचों की देखरेख के लिए मनपा प्रशासन तत्पर है. नागरिकों को उद्यान बाबत कुछ शिकायतें रहने पर उसे प्रशासन के पास दर्ज करें. मनपा प्रशासन व ठेकेदारों की देखरेख में सभी गार्डनों की स्थिति कैसी है, इस बारे में अधीक्षक से जानकारी ली जाएगी.
– अमित डेंगरे, सिस्टिम मैनेजर