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हिजाब विवाद को लेकर शहर पुलिस अलर्ट

किसी भी अनुचित घटना या विवाद को टालने उठाये कडे कदम

* कलेक्ट्रेट सहित संवेदनशील इलाकों में लगाया कडा बंदोबस्त
अमरावती/दि.11– करीब दो-तीन दिन पूर्व पडोसी राज्य कर्नाटक के एक महाविद्यालय में समुदाय विशेष की छात्राओं द्वारा गणवेश की बजाय हिजाब पहनने को लेकर काफी विवाद पैदा हुआ और देखते ही देखते इस विवाद की आंच अब महाराष्ट्र सहित देश के अन्य शहरों तक पहुंचने लगी है. साथ ही कर्नाटक में हुई घटना का विभिन्न शहरों में मुस्लिम समुदाय द्वारा विरोध किया जा रहा है. चूंकि आज शुक्रवार यानी जुम्मा था. जिस दिन मुस्लिम समाज बांधव बडी संख्या में सामुहिक नमाज अदा करने हेतु मस्जिदों में जमा होते है. ऐसे में इससे पूर्व नवंबर माह में घटित घटना के मद्देनजर शहर पुलिस द्वारा ऐहतियात के तौर पर बीती रात से ही प्रतिबंधात्मक कदम उठाने शुरू कर दिये गये और स्थानीय जिलाधीश कार्यालय सहित शहर के सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस बंदोबस्त लगाया गया, ताकि किसी भी अनुचित घटना तथा विवाद को टाला जा सके.
बता देें कि, इससे पहले नवंबर माह में त्रिपुरा राज्य की एक तथाकथित घटना को लेकर मुस्लिम समाज बंधुओं में काफी रोष व संताप फैला हुआ था तथा 12 नवंबर को शुक्रवार की नमाज के बाद मुस्लिम समाज बंधुओें द्वारा बडा भारी मोर्चा जिलाधीश कार्यालय पर ले जाया गया था. मोर्चे की वापसी के दौरान हुई तोडफोड की घटनाओं के बाद दूसरे दिन अमरावती में हालात बिगड गये थे और लंबे समय तक शहर सहित जिले में स्थिति तनावपूर्ण थी. इस बात के मद्देनजर अब दोबारा ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इस हेतु शहर पुलिस ने कर्नाटक के हिजाब मामले को बेहद गंभीरता से लिया है. साथ ही पुराने अनुभव को ध्यान में रखते हुए आज शुक्रवार रहने के चलते बीती रात से ही सीपी डॉ. आरती सिंह ने शहर पुलिस को पूरी तरह से अलर्ट पर रखा था. इसके तहत चांदनी चौक परिसर से जिलाधीश कार्यालय के बीच सभी चौक-चौराहों पर सुबह से ही पुलिस बंदोबस्त लगाया गया था. इस बंदोबस्त में 2 डीसीपी, 3 एसीपी, 15 से 20 पीआई, एपीआई व पीएसआई, करीब 150 पुलिस कर्मचारी व 35 से 40 महिला पुलिस कर्मचारी तैनात किये गये थे. साथ ही साथ सभी पुलिस थानों को भी अलर्ट पर रखते हुए हर छोटी-बडी गतिविधि पर नजर रखने हेतु कहा गया था.
बता दें कि, आज जिलाधीश कार्यालय पर कई छात्र संगठनों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मोर्चा निकालने और प्रदर्शन करने की चेतावनी दी गई थी. ऐसे में पुलिस को अंदेशा था कि, चूंकि कर्नाटक का हिजाब मामला भी महाविद्यालयीन छात्राओं से संबंधित है. अत: कुछ लोग इस मामले को धार्मिक रंग देते हुए जुम्मे की नमाज के बाद किसी तरह के मोर्चे या प्रदर्शन का आयोजन कर सकते है. जिससे एक बार फिर अमरावती शहर में जातीय या धार्मिक तनाव की स्थिति बन सकती है. इस बात के मद्देनजर शहर पुलिस ने पहले ही ऐहतियाती कदम उठाते हुए संभावित विवाद व अनुचित घटनाओं को टालने हेतु आवश्यक प्रयास किये. किंतु राहतवाली बात यह रही कि, अमरावती में हिजाब विवाद को लेकर ऐसी कोई स्थिति नहीं बनी.

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