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शहरवासी बोले हर छात्रा, नारी ऐसे ही निपटें

ऑटो रिक्शा चालक को कडी सजा की भी मांग

* पुलिस लगातार तीसरे दिन खोज रही आरोपी को
अमरावती/दि.16 – गाडगे नगर थाना क्षेत्र के प्रिया टाउनशिप रोड की भयंकर घटना को लेकर शहरवासियों में तीखी प्रतिक्रिया देखने मिली. शिक्षा और समाज क्षेत्र से जुडे गणमान्य एवं आम लोगों ने भी ऐसी घटनाओं मेें लिप्त आरोपियों के साथ तत्काल और कडी कार्रवाई, सजा की मांग की है. उधर गाडगे नगर पुलिस के दल उस ऑटो रिक्शा चालक को सरगर्मी से तलाश कर रहे हैं. पुलिस को कुछ क्लू हाथ लगे हैं. जिनके आधार पर दावा हैं कि, आरोपी जल्द दबोचा जाएगा. बता दें कि, घटना गुरुवार दोपहर दिन दहाडे हुई थी. कोचिंग क्लास के लिए ऑटो रिक्शा लेने वाली छात्रा को चालक ने निर्जन स्थल पर ले जाकर वाहन में ही उस पर रेप का घिनौना प्रयास किया था. छात्रा अपनी समय सूचकता, हिम्मत के कारण बची और उसने हाथ में आये लोहे के रॉड से ऑटो रिक्शा चालक का सिर फोडकर अपने आप को बचाया था.


* पाठ्यक्रम में शामिल हो आत्मरक्षा का पाठ
ऐसी घटना मानसिकता का परिचय देती है. विद्यार्थी को ऐसी घटना के समय क्या करना चाहिये, इसका प्रशिक्षण स्कूल एवं महाविद्यालय जीवन में देना अत्यंत आवश्यक होता है. इस बच्ची ने जो किया वह अभिनंदन की पात्र है और अपने आप को बचाना यह गौरवपूर्ण कार्य किया है. कितनी युवतियां ऐसा साहस कर पाती है, यह सोचनीय विषय है. इसलिये सभी लडकियों को प्रशिक्षण की जरुरत है और बहुत से स्कूल एवं महाविद्यालय इस ओर ध्यान दे रहे हैं.
– प्राचार्य डॉ. विजय भांगडिया,
केशरबाई लाहोटी महाविद्यालय.


* ऑटो के खिलाफ कॉम्बिंग ऑपरेशन हो
यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है. ऐसी घटनाएँ बहुत चिंताजनक हैं और महिलाओं की सुरक्षा पर सीधा प्रभाव डालती हैं. कई ऑटो रिक्शा चालकों का रास्ते पे नियम बाह्य रिक्शा चलाना अस्वीकार्य है. वे कानून का उल्लंघन करते हुए और जानबूझकर महिलाओं के खिलाफ हिंसा का सहारा लेते हैं. यह किसी भी सभ्य समाज में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. पुलिस को इस मामले पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए. एक कोम्बिंग ऑपरेशन आयोजित करके अवैध और अनुमोदित ऑटो रिक्शा चालकों की पहचान करनी चाहिए. उनके लाइसेंस और वाहनों का सत्यापन किया जाना चाहिए. कानून का उल्लंघन करने वालों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए. महिलाओं को भी अपनी सुरक्षा के लिए पेपर स्प्रे या अन्य हथियार (जो रखे जा सकते हैं) रखने की सलाह दी जानी चाहिए. वे अपने ट्रिप के दौरान ऑटो रिक्शा नंबर और चालक का विवरण नोट करें, ताकि जरूरत पड़ने पर उनकी पहचान की जा सके. ऑटो चालक को बगैर मास्क के चलना अनिवार्य होना चाहिए ताकि चेहरा पहचाना जा सके. सभी नागरिकों को मिलकर इस समस्या का समाधान खोजने की जरूरत है. महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा को बनाए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है. सरकार, पुलिस और नागरिकों को मिलकर काम करना होगा, ताकि ऐसी घटनाएं न होंगी और महिलाएं सुरक्षित महसूस करें.
– डॉ. सोनल चांडक,
प्राध्यापिका.


छात्रा ने कमाल कर दिया
बदलते दौर में महिला वर्ग बडी संख्या में घरों से बाहर निकला है. शिक्षा से लेकर विविध क्षेत्र में महिलाएं, युवतियां कार्यरत है. उन पर बुरी नजर रखनेवालों की संख्या भी काफी है. कई लोग सहायता करने के बहाने टारगेट करते हैं. ऐसे में कार्यस्थल पर और यहां वहां ट्रैवेलिंग के दौरान भी महिलाओं को अलर्ट रहने की आवश्यकता है. इस छात्रा ने सचमुच कमाल कर दिया. उसकी जितनी सराहना हो, कम है. यह छात्रा तो नारी शक्ति का प्रतीक बन गई है. उसके साथ हुई घटना से अन्य छात्राओं को प्रेरणा लेनी चाहिए. सचमुच इस छात्रा ने आज के दौर की युवतियों को राह दिखाई है. ऐसी ही हिम्मत से काम लेना होता है कठिन परिस्थितियों में. देखा जाए तो अब ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगने की भी आशा हम कर सकते हैं.
– प्रा. कविता मालपानी
लेखिका

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