अमरावती

शहर सहित जिला ठिठूरा

हर ओर पड रही कडाके की ठंड

अमरावती/दि.26- उत्तर भारत की ओर से सर्द हवाओं की वजह से इस समय अमरावती शहर सहित जिले में कडाके की ठंड पड रही है और पारा तेजी से नीचे लुढक गया है. ठंड का असर इतना अधिक है कि, लोगबाग दिन के समय भी गर्म कपडे पहनने के लिए मजबूर है और सुबह एवं शाम के समय सभी सडकोें पर एक तरह से सन्नाटा पसरा हुआ दिखाई देने लगता है. इसके साथ ही शाम के समय जगह-जगह पर अलाव जलते दिखाई देते है. जहां पर लोगबाग आग तापते हुए बैैठे रहते है, ताकि कडाके की ठंड के बीच कुछ गरमी का ऐहसास प्राप्त किया जा सके.
बता दें कि, इस समय अमरावती जिले में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के आसपास तक लुढक चुका है और हवाएं चलने की वजह से ठंड अब शरीर में चूभने लगी है. यह स्थिति विगत रविवार से बदस्तूर बनी हुई है. ऐसे में विगत करीब तीन-चार दिनों से कडाके की ठंड के चलते आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है और लोगबाग अपने-अपने घरों पर रजाई कम्बल लेकर दुबके रहने पर मजबूर है. साथ ही बेहद जरूरी होने पर घर से बाहर निकलते समय सर से लेकर पांव तक खुद को गर्म कपडों से ढांक रहे है.

* चिखलदरा व मेलघाट में पारा 5 डिग्री सेल्सियस पर
विदर्भ का नंदनवन कहे जाते चिखलदरा सहित पर्वतीय क्षेत्र मेलघाट में इस समय तापमान 4 डिग्री सेल्सियस के न्यूनतम स्तर पर जा पहुंचा है. ऐसे में इस पहाडी क्षेत्र में कडाके की ठंड पडने के साथ ही घने कोहरे की चादर पसरी हुई है. प्रतिवर्ष ऐसे मौसम में ठंडी का आनंद लेने हेतु पर्यटन नगरी चिखलदरा में पर्यटकों की अच्छी-खासी भीड हुआ करती थी. किंतु इन दिनों कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए चिखलदरा में बाहरी लोगों व पर्यटकों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है. जिसके चलते फिलहाल चिखलदरा में चहुंओर सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं दूसरी ओर आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र के ग्रामीणों के पास गर्म कपडों का काफी हद तक अभाव होता है. ऐसे में मेलघाट के आदिवासी इलाकों में रात-रात भर जगह-जगह पर अलाव जलते देखे जा सकते है. विगत सात-आठ वर्षों के दौरान मेलघाट सहित चिखलदरा परिसर में पहली बार तापमान इतने निचले स्तर तक पहुंचा है.

* समूचा विदर्भ शीत लहर के साये में
अमरावती शहर व जिले सहित इस समय समूचे विदर्भ में कडाके की ठंड पड रही है और पूरा विदर्भ क्षेत्र शीत लहर की चपेट में है. जिसके चलते तापमान में औसतन पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है. इस समय नागपुर में 10.6 डिग्री सेल्सियस तापमान है. वहीें सबसे कम 9.2 डिग्री सेल्सियस तापमान बुलडाणा जिले में हैं. इस समय समूचे विदर्भ क्षेत्र में कडाके की ठंड पडने के साथ-साथ सर्द हवाएं भी चल रही है. जिसकी वजह से ठंडी अब शरीर में चूभने लगी है. अमूमन विदर्भ क्षेत्र में नवंबर, दिसंबर व जनवरी को ठंडीवाले महिने माना जाता है. जिसमें दो-तीन बार ठंडी की लहर आती है. किंतु इस वर्ष नवंबर व दिसंबर माह में एक बार भी कडाके की ठंड नहीं पडी. वहीं जारी जनवरी माह के पहले दो सप्ताह के दौरान भी ठंडी का कोई विशेष असर नहीं देखा गया. लेकिन अब जारी जनवरी माह के अंतिम सप्ताह दौरान जबर्दस्त ठंडी पड रही है. जिसे जारी मौसम की पहली शीत लहर माना जा रहा है.

* उत्तर भारत की सर्द हवाओं ने बढाई ठंडी
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इन दिनों उत्तर भारत से आनेवाली हवाओें ने नागपुर सहित विदर्भ के अधिकांश जिलों में मौसम के काफी हद तक सर्द बना दिया है. मौसम विभाग के मुताबिक पिछलीे करीब तीन से चार दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ का असर मध्य भारत के आसमान पर दिखाई दिया. जिसकी वजह से हलके बाद भी छाये रहे. लेकिन जैसे ही हवा का रूख उत्तर से दक्षिण की ओर हुआ, वैसे ही तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक अगले 48 घंटे तक सर्द हवाओं का असर व कहर बना रहेगा.

Related Articles

Back to top button