भारी वोटों से विजय के दोनों ओर से दावे
अमरावती में पदाधिकारियों ने माना सीटी होड में नहीं
* लोकसभा चुनाव 2024
अमरावती/ दि. 30- लोकसभा चुनाव मतदान पश्चात विविध विधानसभा क्षेत्र के बूथ निहाय आंकडे जारी होने के बाद राजनीति में इंटरेस्ट रखनेवाले अपने-अपने गणित लगा रहे हैं. वहीं प्रमुख दलों के पदाधिकारियों से बात की तो टक्कर भाजपा और कांग्रेस के बीच बताते हुए अपने-अपने विजय के दावे का दौर कायम है. कांग्रेस के पदाधिकारी बलवंत वानखडे के 1 लाख वोटों से विजयी होने का दावा कर कह रहे हैं कि 4 जून का इंतजार है. जब औपचारिक रूप से वोटों की गिनती पश्चात विजेता की घोषणा होगी. वहीं भाजपा के पदाधिकारियों को विश्वास है कि नवनीत राणा की नैया भाजपा ने पार लगा दी है. सभी क्षेत्रों में कमल के फूल को मतदान हुआ है. विशेषकर महिला वर्ग ने भारी संख्या में वोट देने का दावा पदाधिकारी कर रहे हैं.
* मुस्लिम, दलित 90 प्रतिशत वोट पंजे को
रिपब्लिकन पार्टी के नेता प्रदीप दंदे ने बलवंत वानखडे के 1 लाख वोटों से विजयी होने का अनुमान व्यक्त किया. दंदे ने कहा कि सभी समाज ने पंजे को वोट दिया है. विशेषकर मुस्लिम और दलित समाज का 90 प्रतिशत मतदान पंजे को प्राप्त हुआ है. वानखडे की जीत निश्चित हैं. अब 4 जून का इंतजार है. जब औपचारिक घोषणा होगी. दंदे ने कहा कि बलवंत वानखडे को आम आदमी ने अपना आदमी माना. इसी आधार पर वानखडे को धडाधड वोट डाले गये. सभी ने मतदान में उत्साह से भाग लिया. बता दे कि दंदे ने इर्विन चौक में बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा परिसर में ‘लस्सी पे चर्चा ’ कार्यक्रम आयोजित किया था. जिसमें अमरावती लोकसभा के मतदान पर खासतौर से चर्चा की गई थी. विविध क्षेत्र के मान्यवरों ने चर्चा में बढचढकर भाग लिया था.
* राहुल गांधी की सभा ने बदला माहौल
जिला बैंक अध्यक्ष रहे सुधाकर भारसाकले ने बलवंत वानखडे के 50-55 हजार वोटों से विजयी होने का दावा कर कहा कि 25 वर्षो में पहली बार ईवीएम पर पंजा रहने से अमरावती के लोगों ने उत्साह से मतदान किया. परतवाडा में राहुल गांधी की सभा ने माहौल बदल दिया. उस सभा में करीबन सवा लाख लोग खुद होकर आए थे. अभूतपूर्व जोश नजर आया. पूरी सभी होने तक कोई जगह से नहीं हिला. जबकि सूरज के तेवर कडे रहे. महाराष्ट्र में राहुल गांधी की एक नंबर सभा वह हुई थी. लोगों ने कांग्रेस के प्रति विश्वास दिखाकर वोट डाला है. इसलिए कांग्रेस की विजय पक्की लगती है.
* पूरे विदर्भ में अच्छा प्रदर्शन
अमरावती के तीन बार सांसद रहे शिवसेना उबाठा नेता अनंत गुढे ने महाविकास आघाडी के प्रत्याशी की विजय पक्की होने का दावा कर बताया कि इस चुनाव में वे पहले दिन से प्रचार अभियान का हिस्सा रहे. मेलघाट से लेकर बडनेरा तक गांव- गांव में गये. चुनावी सभाएं, बैठके करने के साथ उन्होंने वोटिंग पश्चात तीन दिनों तक मतदान को लेकर रूझान लिया. जिससे पंजा आने के स्पष्ट संकेत मिल रहे है. भारी वोटों से बलवंत वानखडे विजय होने का दावा कर अनंत गुढे ने कहा कि विदर्भ में महाविकास आघाडी शानदार प्रदर्शन करने जा रही है. बुलढाणा, रामटेक, चंद्रपुर, अमरावती में मविआ की हवा दिखाई दी है. गुढे ने प्रधानमंत्री द्बारा महाराष्ट्र की भटकती आत्मा के जिक्र पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि वह भटकती आत्मा कौन है, सभी को पता है. जिन्होंने शिवसेना और राकांपा फोडी वह है.
* पिछली बार से अधिक वोट से जीतेगी नवनीत
भाजपा नेता किरणताई महल्ले ने लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा के जीतने का दावा कर कहा कि पिछली बार से अधिक मार्जिन इस बार रहनेवाली है. महल्ले भाजपा, शिवसेना, राकांपा की प्रत्येक चुनावी सभा और मीटिंग में हर समय सक्रिय रही. उन्होंने कहा कि सभी 6 विधानसभा क्षेत्र में महिलाओं ने भी नवनीत राणा को जमकर मतदान किया. वह सर्व परिचित उम्मीदवार थी. किरण महल्ले ने दावा किया कि अमरावती के लोगों को इस बात का एहसास था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्बारा चलाई जा रही केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं का अधिकाधिक लाभ यहां मिलने के लिए यहां की सांसद भाजपा की होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी लोगों ने जमकर और मोदी सरकार के फेवर में वोट डाले हैं. चुनाव आयोग ने घर बैठे वोटिंग का भी आपशन दिया था. लोगों ने वहीं से दर्शा दिया कि देश में पुन: मोदी सरकार बनने जा रही है. किरण महल्ले ने यह भी कहा कि कुछ खास क्षेत्रों में भारी मतदान की खबरें और चर्चा सुनने में आ रही है. यह पहली बार थोडी हो रहा है. हर बार की बात है. इस तरह की चर्चा ुैफैलाई जाती है.
* मविआ की एकता से विजय पर मुहर
शिवसेना जिला प्रमुख सुनील खराटे ने कहा कि महाविकास आघाडी के प्रत्येक घटक ने समन्वय और परिश्रम से यह चुनाव लडा. प्रत्येक ने जमकर काम किया. जिले के प्रत्येक क्षेत्र में कार्यकर्ता सक्रिय थे. बलवंत वानखडे की विजय के लिए अंत तक वह डटा रहा. कोई ईर्ष्या भाव न था. लक्ष्य एक ही था. बलवंत वानखडे की विजय का. उध्दव साहब के आवाहन पर शिवसैनिकों ने उनके प्रति आस्था को भी इस चुनाव के जरिए व्यक्त किया. उनके पल-पल के अपमान का बदला लेने का प्रयत्न वानखडे को यह सीट जीताकर दिखाना रहा. इसी कारण यह चुनाव शिवसैनिकों ने सिर पर उठा लिया. अपने आपको झोंक दिया. राज्यभर में उध्दवजी के प्रति सहानुभूति अमरावती में वोटों के माध्यम से नजर आयेगी. शरद पवार का आवाहन निर्णायक रहेगा. राहुल गांधी की सभा ने विजय पर मुहर लगा दी.
* 1 लाख की लीड होगी
कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिरूध्द उर्फ बबलू देशमुख ने कहा कि वर्तमान सांसद और भाजपा ने इस उस कारण से जनता को धोखा दिया. जिससे उकता कर अमरावती के लोगों ने चुनाव में रोष व्यक्त किया. बडी संख्या में कांगे्रस को वोट दिए. कांग्रेस के बलवंताराव वानखडे 1 लाख वोटों से विजयी होंगे. देशमुख ने यह भी कहा कि प्रत्येक कांग्रेस कार्यकर्ता ने बडी मेहनत की. स्वयंस्फूर्ति से लोगों ने वोट डाले. यही विजय का मूलमंत्र बना है. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपने चुनावी वादे पूरे नहीं किए. इसीलिए पार्टी लोकसभा चुनाव हार रही है.
* बडी मार्जिन से जीत रहे वानखडे
कांग्रेस नेता, पूर्व महापौर मिलिंद चिमोटे ने कहा कि मविआ के उम्मीदवार बलवंत वानखडे बडे मार्जिन से चुनाव जीत रहे है. 4 जून को ऐलान बाकी है. जिस तरीके से कांग्रेस, राकांपा, शिवसेना उबाठा ने समन्वय रखकर काम किया, प्रचार किया. उससे पंजे की विजय पक्की हो गई. चिमोेटे के अनुसार बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ भी अमरावती के लोग आक्रोश में थे. पूरे देश में मोदी सरकार के विरूध्द अंडर करंट चल रहा है, उसका फायदा यहां मविआ को मिला.
* सभी के प्रामाणिक काम से विजय होगी
शहर के उप महापौर रहे कांग्रेस नेता विलास महल्ले ने दावा किया कि पंजा एक लाख की लीड से चुनकर आ रहा है. इसका कारण भी है. सभी पुराने कांग्रेसियों ने मिलकर काम किया है. मुस्लिम, एससी, हिन्दू, सभी वर्तमान और पूर्व पदाधिकारियों ने जीजान से खुल्लमखुल्ला काम किया. छिपछिपकर नहीं. एकजूट होकर आपस में तालमेल रखकर काम करने से वानखडे की विजय सुनिश्चित हुई है. महल्ले ने कहा कि पहले दिन का जोश का माहौल टिकाकर रखा गया. उससे भी अंत में काम आसान हो गया था. यह चुनाव ऐसा था कि बीजेपी या कांग्रेस किसी की हवा नहीं चल रही थी. फिर भी अच्छे बोल सीखने में महाविकास आघाडी सफल रही है.
* मैं तटस्थ, कार्यकर्ताओं को नहीं रोका
राकांपा प्रदेश प्रवक्ता संजय खोडके ने इस बात का पुनरूच्चार किया कि वे इस चुनाव में सतत भूमिका कर कायम रहे. साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को किसी का काम करने से नहीं रोका. उनके मुस्लिम बहुल क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने पंजे का काम किया तो अनेक कार्यकर्ताओं ने सीटी का. खोडके ने कहा कि चुनाव परिणाम को लेकर वे कुछ नहीं कह सकते. खोडके ने यह जरूर कहा कि स्थिति बहुत कन्फ्यूजिंग है. आज 10 में से 9 लोग कह रहे है कि पंजा आयेगा. वोटिंग को लेकर भी तरह-तरह की बातें हो रही है.
* अहंकार को परास्त करेगा अमरावती
राकांपा शरद पवार के जिलाध्यक्ष प्रदीप राउत ने कहा कि भाजपा की कुटील राजनीति, उम्मीदवार की अहंकार से लबालब भाषा आदि कारणों से जनता में रोष पैदा हो गया है. उसी प्रकार महाविकास आघाडी के प्रत्येक घटक ने बलवंत वानखडे की विजय के लिए मेहनत की है. आरंभ से ही वानखडे इस चुनाव में अग्रणी रहे. अब विजय में भी आघाडी लेेंगे. राउत ने कहा कि मविआ एकजुट होकर चुनाव लडी. मतभेद दरकिनार किए गये. उनके विभाग, उम्मीदवार की घमंड से पूर्ण भाषा उनकी हार का कारण बनेगी. राउत ने कहा कि सभी घटक दलों के सभी कार्यकर्ताओं ने जोरदार तालमेल रखकर काम किया.
वानखडे को दिल से किया स्वीकार
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव किशोर बोरकर ने दावा किया कि विधायक बलवंत वानखडे को अमरावती के मतदाताओं ने दिल से स्वीकार किया. क्योंकि यहां नवनीत राणा और रवि राणा की दादागीरी सभी देख चुके हैं. एक भी विकास कार्य न करते हुए उन दोनों ने किसी भी पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी, विधायक, मंत्री के साथ असंसदीय भाषा का उपयोग कर उनका अपमान किया. शासन के वरिष्ठ अधिकारी के साथ जाहीर रूप से बदतमीजी करना, खुले आम मारने की धमकी देना, राजकीय फायदा उठाना, प्रिंट मीडिया और राजकीय पार्टी के ऑफीस में जाकर तोडफोड करना. इस तरह के बर्ताव करनेवाले नेता को उसकी नौटंकी को अमरावती की जनता ने इस चुनाव में सबक सिखाया है. आनेवाले 4 जून को बलवंत वानखडे पंजे पर लाखों से विजयी होंगे. बोरकर ने कहा कि भाजपा के बडे-बडे नेता खुले आम संविधान बदलने की भाषा बोल रहे थे. उसका भी मतदाता ने जवाब दिया है.