अमरावती

कोटे के 25 अंक नहीं मिलेंगे दसवीं के विद्यार्थियों को

इस बार स्पर्धा ही न होने से समस्या

  • प्रस्ताव की अवधि भी खत्म हुई

अमरावती प्रतिनिधि/दि.10 – क्रीडा, चित्रकला, शास्त्रीय संगीत आदि क्षेत्र में विशेष प्राविण्य प्राप्त करने वाले तथा लोककला प्रकार में सहभाग नोंदणे वाले दसवीं के विद्यार्थियों को हर वर्ष कोटे के अतिरिक्त 25 अंक दिये जाते है. इस बार कोरोना के चलते क्रीडा स्पर्धा समेत अन्य भी स्पर्धा नहीं हो पायी. उसी में कोटे के अंक के लिए पात्र रहने वाले प्रस्ताव पेश करने की अवधि भी खत्म हुई. जिससे दसवीं के विद्यार्थियों को इस बार कोटे के वृध्दिगंत अंकों से हाथ धोना पडेगा, ऐसी संभावना है.
कोटे के क्रीडा व कला गुण हासिल करने के लिए विद्यार्थियों को शालेय व संगठन के माध्यम से खेलों में उतारा जाता है. उन्हें स्पर्धाओं में सहभाग लेना बंधनकारक रहता है. शालेय स्तर पर, तहसील, जिला, विभागीय, राज्य आदि श्रृंखला से खेलों की स्पर्धा होती है. विशेषकर दसवीं के विद्यार्थियों का इस खेलों में सहभाग आवश्यक रहता है. किंतु इस बार कोरोना के चलते मार्च 2020 से शाला महाविद्यालयों समेत मैदान बंद थे. दसवीं के विद्यार्थियों ने चित्रकला की एलीमेंट्री, इंटरमिडिएट परीक्षा प्राविण्य श्रेणी में उत्तीर्ण की तो उन्हें सहुलियत के वृध्दिगंत अंक दिये जाते है. यह दोनों परीक्षा कक्षा 8वीं, 9वीं तथा 10वीं इन लगातार तीन वर्ष में उत्तीर्ण होना अनिवार्य रहता है. कोरोना के चलते इस बार इंटरमीडिएट परीक्षा नहीं हुई. उसी में 2019 की ग्रेड परीक्षा के प्रमाणपत्र अधिकांश शालाओं तक पहुंचे ही नहीं. जिससे चित्रकला के वृध्दिगंत अंक देने में बाधा आयेगी. राष्ट्रीय स्पर्धा में प्रथम, व्दितीय व तृतीय आने वाले विद्यार्थी को 25 तथा राज्यस्तरीय स्पर्धा में प्रथम, व्दितीय व तृतीय नंबर की सफलता हासिल करने वाले विद्यार्थी को 20 अंक दिये जाते है. किंतु इस बार 10वीं के विद्यार्थियों को इस अधिकार के अंक से वंचित रहना पडेगा.

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