45 वर्षीय मिस्त्री के प्यार में पडी कक्षा 10 वीं की छात्रा
दो बच्चों के बाप से की घर से भागकर शादी
नागपुर/दि.7 – कक्षा 10 वीं में पढने वाली 16 वर्षीय नाबालिग छात्रा अपने पिता के साथ काम करने वाले 45 वर्षीय भवन निर्माण मिस्त्री के प्यार में पड गई और घर से भागकर उस दो बच्चों के का बाप रहने वाले व्यक्ति के साथ मंदिर में शादी भी कर ली. हालांकि लडकी की गुमशुदगी को लेकर शिकायत मिलते ही पुलिस ने दोनों को खोज निकाला. जिसके बाद नाबालिग लडकी को उसके माता-पिता के हवाले किया गया. वहीं 45 वर्षीय इंद्रराज हटबे (संगमनेर, जि. अहमदनगर) को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया.
पता चला है कि, मूलत: मध्यप्रदेश के बालाघाट शहर में रहने वाली 16 वर्षीय नाबालिग लडकी के माता-पिता 3 वर्ष पहले काम की तलाश हेतु नागपुर आये थे और वाढोडा पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत एक बहुमंजिला निर्माणाधीन इमारत पर मजदूर के तौर पर काम किया करते थे. ऐसे में बालाघाट में ही रहकर पढाई लिखाई करने वाली नाबालिग छात्रा का अक्सर ही अपने माता-पिता से मिलने हेतु नागपुर आना-जाना चलता रहता था और वह दीपावली की छुट्टियां मनाने नागपुर आयी हुई थी. जहां पर उसकी पहचान उसके पिता के साथ निर्माण मिस्त्री के तौर पर काम करने वाले इंद्रराज हटबे से हुई और इंद्रराज हटबे ने उक्त नाबालिग का मोबाइल क्रमांक हासिल करने के साथ ही उसके साथ मीठी-मीठी बाते करते हुए उसे अपने प्रेमजाल में फांस लिया और दोनों के बीच प्रेम संबंध स्थापित हुए. हालांकि इंद्रराज पहले से शादीशुदा है और उसे दो बेटियां भी है. जिसमें से बडी बेटी की उम्र उस नाबालिग लडकी के बराबर ही है. लेकिन इसके बावजूद उसने अपने साथ काम करने वाले मजदूर की नाबालिग बेटी को विवाह करने का लालच दिखाया और उक्त नाबालिग लडकी भी घर से भागकर विवाह करने हेतु तैयार हो गई. जिसके बाद दोनों ही 27 नवंबर को घर से भागकर ट्रेन के जरिए संगमनेर पहुंचे और वहां एक मंदिर में शादी करने के बाद एक परिचित के घर पर पति-पत्नी की तरह रहने लगे. इंद्रराज हटबे ने संगमनेर शहर में ही भवन निर्माण मिस्त्री के तौर पर काम हासिल कर लिया और उक्त नाबालिग लडकी भी उसके साथ मजदूर के रुप में काम पर जाने लगी.
इधर अपनी बेटी के अचानक लापता हो जाने के चलते नाबालिग लडकी की मां ने वाढोडा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई. पश्चात शुरु की गई जांच में पता चला कि, उक्त नाबालिग लडकी इस समय संगमनेर में है, तो पुलिस के पथक ने संगमनेर पहुंचकर एक निर्माण साइट पर काम कर रही उक्त नाबालिग लडकी को अपने कब्जे में लिया. इस समय इंद्रराज हटबे भी एक जगह पर शराब के नशे में धूत पडा मिला. ऐसे में पुलिस का पथक दोनों को अपने साथ लेकर नागपुर पहुंचा. जहां उक्त नाबालिग लडकी को उसके माता-पिता के हवाले किया गया और उसे अपनी पढाई पूरी करने के लिए दोबारा बालाघाट भेज दिया गया. जबकि इंद्रराज हटबे को दुराचार व पोक्सों की धाराओं के तहत नामजद कर गिरफ्तार किया गया.