कक्षाएं 5 वीं तक, अध्यापक दो और छात्र केवल एक
मेलघाट के गांवों के बच्चे गये कहां ?
अमरावती/ दि. 4- मेलघाट के दुर्गम माडीझडप गांव में अनोखी शाला देखी गई. 400 की आबादी वाले गांव में जिला परिषद की कक्षा 5 वीं तक शाला हैं. जिसमें दो अध्यापक तैनात है. किंतु एकमात्र विद्यार्थी है. जिससे सवाल उठाया जा रहा है कि गांव के बच्चे कहां गये ?
चिखलदरा तहसील के छोर पर बसा माडी झडप जनजातीय गांव है. रोजगार के अभाव में आदिवासी यहां से स्थलांतर करने की हकीकत है. जिसका खामियाजा उनके बच्चों की शिक्षा की हानि से होता है. माडी झडप की शाला शिक्षा विभाग ने आवागड केंद्र से जोडी है. कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक कक्षाएं है. दो अध्यापक नियुक्त किए गये हैं. उनमें एक गांव में ही रहते हैं. दूसरे बाहर गांव से आना जाना करते है. पट पर केवल एक ही विद्यार्थी कक्षा पहली का है.
शाला में न पानी है न बिजली. मूलभूत सुविधाएं नही हैं. धीरे-धीरे मेलघाट में जिला परिषद की शालाएं बंद हो रही है. ऐसा होने से बचाने के लिए खोज संस्था के बंडया साने ने सभी से प्रयत्न की अपील की है. बंडया साने पिछले सप्ताह कई विद्यार्थियों को लेकर अमरावती जिलाधिकारी कार्यालय धमके थे.
* क्या कहते हैं बीडीओ
खंडविकास अधिकारी रामेश्वर मालपे का कहना रहा कि माडी झडप शाला में पहली से पांचवी तक कक्षाएं है. वहां तीन विद्यार्थी और दो अध्यापक फिलहाल हैं.